सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मंदसौर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आधारहीन, तथ्यहीन आंकड़े प्रस्तुत कर अपनी अपरिपक्वता जाहिर की है। उनके मुंह से किसान हित की बात किसानों के साथ क्रूर मजाक लगता है, क्योंकि देश की जनता जानती है कि यूपीए सरकार के दौर में जब सरकार का रिमोट कंट्रोल 10 जनपथ के पास था, किसानों की जमीनों पर अतिक्रमण और लूट राहुल गांधी के जीजाजी रॉबर्ट वाड्रा ने ही की थी।
उन्होंने कहा कि मौत किसी की भी हो दुखदायी और त्रासद होती है, लेकिन किसानों की आत्महत्याओं पर जिस तरह राहुल गांधी ने झूठ बोलकर लाशों पर राजनीति की उसे उचित नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि किसानों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। मानवीय संवेदना का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। राहुल गांधी यदि मंदसौर गोली कांड की बरसी से इतने उद्वेलित हैं तो उन्हें मुलताई गोलीकांड याद क्यों नहीं आया। मुलताई में कांग्रेस सरकार ने 18 किसानों को भून दिया था।
सारंग ने मध्यप्रदेश में तत्कालीन कांग्रेस शासन में किसान आत्महत्याओं के आंकड़े परोसकर बताया कि राहुल गांधी गलत बयानी करके जबरन ठीकरा भाजपा सरकार पर फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जो अनुचित है। राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप न्याय संगत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एप्पल का मोबाइल सभा मंच से दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर मंदसौर में एप्पल का उत्पादन एप्पल मेड इन मंदसौर होगा। दस दिन में कर्ज माफी कर दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की गलत बयानी की मंशा मध्यप्रदेश में माहौल बिगाड़ना था, लेकिन जो कांग्रेस अपने वालों को ही मंच पर अपमानित करती रही उससे जनता भ्रमित होने वाली नहीं है। वरिष्ठ आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को मंच पर अपमानित किया गया। सांरग ने कहा कि कर्ज माफी का तर्क कृषि वैज्ञानिकों और अर्थशास्त्रियों के गले नहीं उतर रहा है। ऐसे में कृषि उन्नयन, किसान सशक्तिकरण के जो प्रयास भाजपा सरकार कर रही है वे प्रासंगिक और पर्याप्त है। लोक लुभावन बाते करना कांग्रेस की फितरत है लेकिन जनता कांग्रेस से ठगी महसूस करती है। सारंग ने विश्वास के साथ कहा कि मध्यप्रदेश के किसानों में आत्मसंतुष्टि का भाव है, यह हमारी उपलब्धि है।