नागपुर में आज वैचारिक और राजनीतिक तौर पर दो ध्रुवों के एक मंच पर आने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. क्या सियासतदां और क्या मीडिया आम लोगों की भी नजरें वहां टिकी है. दरअसल, देश के पूर्व राष्ट्रपति और लंबे समय तक कांग्रेस में रहे प्रणब मुखर्जी आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के मंच से उसके सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. सब के मन में एक ही सवाल है कि आखिर प्रणब मुखर्जी संघ के मंच से क्या बोलेंगे? संघ (आरएसएस) और कांग्रेस हमेशा से एक दूसरे के निशाने पर रही है. ऐसे वक्त में प्रणब मुखर्जी व्यक्तिगत तौर पर संघ के मंच पर जाएंगे. कांग्रेस संघ पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाती रही है तो वहीं संघ कांग्रेस को केवल अल्पसंख्यक हितैषी का तमागा देती रही है.
प्रणब मुखर्जी करीब आधा घंटा बोलेंगे. सूत्रों के मुताबिक प्रणब मुखर्जी ने 20 पन्नों का लिखित भाषण तैयार किया है. जिसमें वह भारत की संस्कृति में संघ के योगदान का जिक्र कर सकते हैं. इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया-राहुल काल में बनी कांग्रेस सरकार में अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके प्रणब मुखर्जी के संघ मुख्यालय जाने के कदमों पर पार्टी ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है. लेकिन उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने उनके कदमों की आलोचना की है. पटेल ने कहा कि प्रणब दा यह आपसे उम्मीद नहीं थी.
प्रणब मुखर्जी का अंग्रेजी में लिखित भाषण 25 पन्नों का है. तकरीबन 20 से 30 मिनट का भाषण होगा.संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के कोठी रोड घर को देखने आज 4 बजे जायेंगे प्रणब मुखर्जी.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आरएसएस के कार्यक्रम में शिरकरत करने के लिए कल शाम को नागपुर पहुंचे थे. आरएसएस की तरफ से निमंत्रण मिलने के बाद हुए विवाद पर उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि वह जो भी कहेंगे, उसके बारे में पता उनके संबोधन के बाद ही चल पाएगा. मुखर्जी आज शाह 6:30 बजे कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. नागपुर के रेशमीबाग क्षेत्र स्थित हेडगेवार स्मृति मन्दिर में 25 दिनों का संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष चल रहा है. इस प्रशिक्षण शिविर में देश भर के करीब 708 स्वयं सेवक भाग ले रहे हैं. यह प्रशिक्षण आज खत्म हो रहा है. आरएसएस का कार्यक्रम शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू होगा