कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के बीच खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है. पहले मंत्रिमंडल को लेकर दोनों पार्टियों में बात नहीं बन रही थी और अब कुछ विधायक मंत्री ना बनने से परेशान हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक एमबी पाटिल पार्टी से नाराज़ चल रहे हैं. जिसके बाद उन्हें मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं.
इस मामले में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा है कि कुछ टेंशन जरूर है, लेकिन हमें उम्मीद है कि कांग्रेस नेता सही निर्णय लेंगे. इस बीच कांग्रेस के एक और विधायक एन.ए. हैरिस के समर्थकों ने कांग्रेस दफ्तर के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी है. उनकी मांग है कि हैरिस को मंत्री पद दिया जाए.
उन्हें मनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर उनके घर मनाने के लिए पहुंचे. इसके अलावा भी पार्टी के कई नेता उनसे मुलाकात कर चुके हैं. गौरतलब है कि एचडी कुमारस्वामी भी शपथ ग्रहण के बाद बयान दे चुके थे कि उनकी पार्टी के कई विधायक मंत्री ना बनने से नाराज़ हैं.
आपको बता दें कि बीते बुधवार को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मौजूदगी में राज्यपाल वजुभाई वाला ने 25 विधायकों को कैबिनेट के मंत्री पद की शपथ दिलाई. कर्नाटक कैबिनेट में जेडीएस के 9 और कांग्रेस के 14 विधायक शामिल हुए हैं. वहीं मायावती की पार्टी बसपा के एकमात्र विधायक और 1 निर्दलीय को भी कैबिनेट में जगह दी गई है.
कर्नाटक सरकार की कैबिनेट की सबसे खास बात ये है कि इसमें मायावती की पार्टी बीएसपी के एकमात्र विधायक एन महेश को भी एंट्री मिली है. ऐसा पहली बार है जब बीएसपी का कोई विधायक यूपी के बाहर मंत्री का दर्जा पाएगा.
वहीं कैबिनेट में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के भाई एचडी रेवाना को भी जगह मिली है. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस विधायक तनवीर सैत को जगह नहीं मिलने से उनके समर्थकों ने इसका जमकर विरोध किया है.