माता वैष्णो देवी और तिरूपति बाला जी की तर्ज पर ही उत्तर भारत की प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्वालुओं को सुविधाएं देने के लिए प्रशासन मास्टर प्लान तैयार कर रहा है। मंदिर आयुक्त एवं डी.सी. ऊना राकेश प्रजापति ने मंदिर में मास्टर प्लान तैयार करने के लिए अभी से प्रयास आरंभ कर दिए हैं।
मंदिर अधिकारी अवनीश शर्मा ने माना कि साढ़े 3 साल के अंदर यह प्लान पूरा हो जाएगा। इसके तहत 34 दकानदारों से बातचीत की जा रही है। दुकानदारों ने मंदिर न्यास को जगह देने की सैद्वांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके तहत श्रद्वालुओं के लिए वेंटिंग हाल, टायलेट एवं अन्य सुविधाएं होंगी। बच्चों के लिए अरामदायक स्थल होगा। उनका कहना है कि दिव्यांगों और बीमार लोगों के लिए लिफ्ट की सुविधा दी गई है।
बैरियर पर निशुल्क एम्बुलेंस सुविधा है जिसके जरिए कोई भी बीमार या दिव्यांग सीधे मंदिर तक पहुंच सकता है। इसके लिए किसी सिफारिश की आवश्यकता नहीं है। सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक यह सुविधा दी जा रही है। मंदिर अधिकारी के मुताबिक पिछले महीने 3100 ऐसे बीमार व दिव्यांगों को लिफ्ट के जरिए दर्शन करवाए गए हैं जबकि इसी रविवार को 200 बीमासर व दिव्यांग को लिफ्ट के जरिए दर्शन करवाए गए हैं। वैष्णो देवी की तर्ज पर यहां सिक्के देने के प्रयास किए जाएंगे। सोने-चांदी के शोधन का कार्य चल रहा है।