उपराज्यपाल के दफ्तर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरना देने के चलते राजधानी दिल्ली में पैदा हुए राजनीतिक गतिरोध पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह को दखल देना पड़ा है। आम आदमी पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि वे इस मामले पर उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात करेंगे। इसके साथ ही गृहमंत्री ने अरविंद केजरीवाल से भी अपना विरोध प्रदर्शन वापस लेने को कहा है।
उधर, ‘आप’ नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री से मुलाकात की है। वे उम्मीद करते हैं कि दिल्ली की जनता के हित में गृह मंत्री इस मसले का हल निकालेंगे। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में बात किसी से लड़ाई करने की नहीं है। बल्कि पिछले 4 महीने से दिल्ली के जो विकास कार्य जान-बूझ कर रोके गए हैं, उन्हें शुरू कराना मकसद है।
जबकि, पार्टी नेता दिलीप पांडे ने कहा कि आज शाम 4 बजे आप के सभी सांसद, विधायकों, पदाधिकारियों की बैठक है, हम सब उसमे 17 जून को होने वाले पीएम आवास की तरफ मार्च के लिए रणनीति सुनिश्चित करेंगे”। उन्होंने कहा, “17 जून को पूरी दिल्ली के लोग पीएम आवास के तरफ बढ़ेंगे और प्रधानमंत्री से ये पूछेंगे की दिल्ली के साथ ऐसा बदला क्यों ले रहे ?”उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के तीन मंत्रियों का केंद्र सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बावजूद उपराज्यपाल अनिल बैजल के कायार्लय में धरना शुक्रवार को भी जारी है। केजरीवाल, सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय उपराज्यपाल अनिल बैजल के आधिकारिक निवास व कायार्लय राज निवास में सोमवार शाम से धरना दे रहे हैं।
मंगलवार से भूख हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले पर हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। जैन ने ट्वीट कर कहा, “हम चार रातों से उपराज्यपाल के कायार्लय में इंतजार कर रहे हैं लेकिन वह केवल चार मिनट का समय तक नहीं निकाल पा रहें। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस मामले पर हस्तक्षेप करेंगे।”राय ने भी ट्वीट कर कहा, “उन्हें उम्मीद है कि मोदी दिल्ली के लोकतंत्र की फिटनेस की फिक्र करेंगे।”
केजरीवाल व उनके नेता अपनी तीन मांगों को लेकर धरने पर हैं, जिनमें दिल्ली प्रशासन में काम कर रहे आईएएस अधिकारियों को उनकी हड़ताल खत्म करने का निदेर्श देना और गरीबों को उनके दरवाजे पर जाकर राशन वितरित करने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने व उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग शामिल है, जो चार महीनों से सरकार के काम में अड़ंगा लगा रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा, “उपराज्यपाल की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मैंने उनसे बैठक के लिए समय मांगा था। मैंने प्रधानमंत्री से भी इस मामले को देखने का आग्रह किया लेकिन उनकी ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।” बता दें कि अनिल बैजल के कायार्लय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर गुरुवार को केजरीवाल ने एक पत्र में आईएएस अधिकारियों की हड़ताल समाप्त कराने के लिए मोदी के हस्तक्षेप की मांग की थी।
पार्टी के सदस्यों ने एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें मोदी से आईएएस अधिकारियों को वापस काम पर लाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। सूत्रों के अनुसार, अनिल बैजल सोमवार से अपने निवास से ही कामकाज कर रहे हैं। कई राजनीति पार्टियां जैसे माकपा व अन्य हस्तियों ने अपना केजरीवाल के प्रति समर्थन जताया है, जिसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अभिनेता से नेता बनें कमल हासन और शत्रुघन सिन्हा शामिल हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा पहले ही अपना समर्थन दे चुके हैं।