प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नमो ऐप के जरिये देश भर के डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया का शुरू से ही संकल्प रहा है कि देश के सामान्य व्यक्ति, युवाओं, ग्रामीणों को डिजिटल से जोड़ना. उन्हें डिजिटली सशक्त करना. उन्होंने कहा कि पिछले 4 साल में हमने डिजिटल सशक्तीकरण के हर पहलू पर विशेष ध्यान दिया है. इसके लिए करीब तीन लाख कॉमन सर्विस सेंटर खोले गये हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि तकनीक का लाभ सभी वर्गों के लोगों को मिले.
पीएम मोदी ने कहा कि आज स्कूल में पढ़ने वाला विद्यार्थी सिर्फ अपने स्कूल में मौजूद किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब डिजिटल इंडिया के जरिये, तकनीक के इस्तेमाल से, इंटरनेट के जरिये कहीं की भी किताबों को पढ़ पा रहा है. यह सब संचार क्रांति की वजह से संभव हो सका है. पहले इस बात की भी कल्पना थी कि रेलवे टिकट बिना लाइन लगे बुक हो सकती है. या फिर रसोई गैस बिना घंटों लाइन में लगे मिल सकती है. या फिर बिजली बिल ऑनलाइन भरे जा सकते हैं, मगर अब डिजिटल इंडिया के माध्यम से यह सब संभव हो गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमने सुनिश्चित किया है कि प्रौद्योगिकी के फायदे कुछ चुनिंदा लोगों तक ही सीमित नहीं रहें, बल्कि समाज के सभी वर्गों में इसके फायदे पहुंचे. इसके लिए हमने कॉमन सर्विस सेंटर के नेटवर्क को मजबूत किया. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया दलाली को रोकने का अभियान है. इस अभियान से दलाल और बिचौलिये परेशान हो गये हैं.
हरियाणा की एक सीएससी उद्यमी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज वह सीएससी की वजह से गौरवपूर्ण जीवन जी रही हैं और इसी की वजह से डिजिटल इंडिया पर बोलने के लिए मुझे कई जगह बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि उनके यहां सरकार की कई तरह की सेवाओं का डिजिटल फॉर्म मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि उनके गांव के लोगों ने अब गांव से बाहर जाना बंद कर दिया है, क्योंकि उन्हें अब पता हो गया है कि जब सरकार उनके द्वार आ रही है तो उन्हें अब बाहर जाने की कोई जरूरत नहीं. उनके यहां से कई लोगों डिजिटली साक्षर किया गया है. इसके बाद पीएम मोदी ने महिला उद्यमी को डिजिटली साक्षर करने के प्रयास को काफी सराहा और बधाई दी.
एक और लाभार्थी ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान नोटबंदी के समय के अनुभवों को साझा किया और कहा कि डिजिटल पेमेंट की वजह से नोटबंदी में उन्हें परेशानी नहीं हुई और भीम एप से उन्हें काफी आसानी हुई. पीएम मोदी ने यूपी, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र के डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों से बातचीत की और उनके अनुभवों को जाना और उनके प्रयासों को सराहा.