आज देश में कहीं भी चांद नजर नहीं आया, चांद के नजर न आने की वजह से अब ईद शनिवार को मनाई जाएगी.
जामा मस्जिद की मरकजी रुयते हिलाल कमेटी की बैठक के बाद यह घोषणा की गई. कमेटी ने घोषणा की कि देश में कहीं भी आज चांद नजर नहीं आया. ऐसे में कल यानी कि शुक्रवार को ईद नहीं मनाई जाएगी.
फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि देश के किसी भी हिस्से में आज चांद नहीं दिखा, इसलिए अब ईद शनिवार को होगी. इस बार के रमजान का आखिरी रोजा शुक्रवार को होगा.
इस्लामी कैलेंडर के तहत रमजान का महीना पूरा होने पर ही ईद मनाई जाती है . ईद के दिन का रोजा हराम माना जाता है.
दरअसल, भारत में इस दफा रमजान की शुरुआत को लेकर मुस्लिम समाज बंटा हुआ नजर आया और उनमें से कुछ ने 17 मई को तो बाकी ने 18 मई को पहला रोजा रखा. आमतौर पर सऊदी अरब में चांद दिखाई देने के एक दिन बाद भारत में उसके दीदार होते हैं, मगर इस दफा 16 मई को अरब के साथ-साथ यहां भी चांद दिखने की तस्दीक (पुष्टि) की गयी.
अरब से जुड़ी इस पुरानी रवायत पर अटूट विश्वास रखने वाले बहुतेरे मुसलमानों ने इस तस्दीक को नहीं माना और 17 के बजाय 18 मई को पहला रोजा रखा. रमजान में 29 या 30 रोजे होते हैं. इनकी संख्या ईद का चांद दिखने से तय होती है.