बताया जा रहा है कि भय्यू जी महाराज लेफ्ट हेंडर्ड थे, लेकिन गोली दायें हाथ से मारी गई है। अब पुलिस रिवॉल्वर से गोली चलाने के बाद उनके हाथ पर गिरे गन पाउडर का पुलिस ब्लास्टिक टेस्ट करवा रही है। टेस्ट के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक लैब सागर को एक ड्राफ्ट भी भेजा है। इस टेस्ट के बाद आने वाली रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे होने की आंशका जताई जा रही है। इसके साथ ही पुलिस ने शुक्रवार को भय्यू महाराज के स्कीम नंबर 74 स्थित बंगले शिवनेरी पर उनकी दो बहनों और 2 सेवादारों शेखर और मनोहर सोनी के बयान लिए हैं। भय्यू महाराज खुदकुशी के मामले में पुलिस जांच शुरू हुए 2 दिन हो गए हैं। पुलिस अब तक पत्नी डॉ. आयूषी शर्मा, प्रमुख सेवादार विनायक, भय्यू महाराज की सास, उनकी दो बहनों और सेवादारों सहित कुल 12 लोगों के बयान ले चुकी है। जांच अधिकारी सीएसपी खजराना मनोज रत्नाकर ने बताया कि दोनों बहनों
ने खुदकुशी के कारणों की जानकारी होने से इनकार किया है। इसके साथ ही उन्होंने किसी पर खुदकुशी के लिए उकसाने का शक होने से भी इनकार किया है। पुलिस भय्यू जी महाराज की बेटी कुहू के बयान भी लेना चाहती थी, लेकिन वह यहां मौजूद नहीं थी। इस वजह से उसके बयान नहीं हो सके।
इसके साथ ही भय्यू जी महाराज के घर में लगे सभी 10 सीसीटीवी कैमरा के डीवीआर को पुलिस अनलॉक कर चुकी है, लेकिन उसमें मौजूद फुटेज से किसी भी तरह की जानकारी मिलने से पुलिस इनकार कर रही है। हालांकि भय्यू जी महाराज की खुदकुशी के मुख्य कारणों तक पुलिस अभी तक नहीं पहुंच सकी है, लेकिन अब तक जो बातें सामने आ रही हैं उनमें पारिवारिक कलह ही खुदकुशी की मुख्य वजह मानी जा रही है। वहीं 4 लोगों से 300 कॉल्स पर लगातार हुई बात भी पुलिस की जांच में है। इससे भी पुलिस को खुदकुशी की वजह तक पहुंचने में मदद मिलने की संभावना है।