ग्रीष्मकालीन मूँग और उड़द को भावांतर भुगतान योजना में शामिल करने की माँग
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह से मुलाकात कर चना, मसूर और सरसों को प्राइस सपोर्ट स्कीम में रबी विपणन के लिए दिये गये सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इस सहयोग के फलस्वरूप ही मध्यप्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा दलहन उपार्जन कार्य संभव हो सका है। श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश में फसलों के बम्पर उत्पादन के बारे में जानकारी दी और खरीदी की सीमा को 50 हजार मीट्रिक टन तक बढ़ाने का अनुरोध किया। केन्द्रीय मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने मुख्यमंत्री के अनुरोध पर खरीदी की सीमा को बढ़ाकर 17 लाख मीट्रिक टन करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि नेफेड से 05 हजार करोड़ की राशि अपेक्षित है। यह राशि शीघ्र जारी की जाये, क्योंकि उपार्जन कार्य होने के बाद किसानों को समय पर राशि नहीं मिलने पर किसानों में आक्रोश की स्थिति पैदा हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय कृषि मंत्री से ग्रीष्मकालीन मूंग का 100 लाख मीट्रिक टन और ग्रीष्मकालीन उड़द का 20 हजार मीट्रिक टन उपार्जन के लिए लक्ष्य तत्काल प्रदान किये जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत ग्रीष्मकालीन मूँग और ग्रीष्मकालीन उड़द उपार्जन को भी शामिल किया जाये। मुख्यमंत्री ने योजना के अंतर्गत भुगतान के व्यय की राशि में 50 प्रतिशत राज्यांश तथा 50 प्रतिशत केन्द्रांश निर्धारित करने की माँग की।
श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को 23 जून से 06 जुलाई तक प्रदेश में होने वाले विकास पर्व समारोह में आमंत्रित किया