बीसीसीआई की प्रशासक समिति ने उत्तराखंड क्रिकेट के लिए कमेटी गठित कर दी है। दिल्ली में सोमवार को राज्य की क्रिकेट एसोसिएशनों के साथ हुई बैठक यह निर्णय लिया गया। यह ‘कॉन्सेंसस कमेटी’ एक साल तक राज्य में क्रिकेट संचालित करेगी। इस दौरान रणजी में उत्तराखंड की टीम को भी खेलने का मौका मिलेगा।
राज्य बनने के 18 साल बाद उत्तराखंड क्रिकेट लिए सोमवार का दिन अहम रहा। दिल्ली में बीसीसीआई की प्रशासक समिति के साथ हुई बैठक में राज्य की चारों क्रिकेट एसोसिएशनों ने अपना-अपना पक्ष रखा। प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में खेल मंत्री अरविंद पांडे ने दिल्ली में हुई बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के लिए क्रिकेट के सुनहरे भविष्य की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई बैठक में उत्तराखंड की चारों एसोसिएशनों ने अपना पक्ष रखा। उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन को छोड़कर बाकी तीन एसोसिएशनों ने मान्यता को लेकर बीसीसीआई के सामने एकजुटता दिखाई। इसके बाद बीसीसीआई ने उत्तराखंड क्रिकेट के लिए नौ सदस्यीय कॉन्सेंसस कमेटी को मंजूरी दी।
इस कमेटी में बीसीसीआई, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड और उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन के दो-दो सदस्य होंगे। उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन, यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन और राज्य सरकार की ओर नामित प्रतिनिधि बतौर एक-एक सदस्य कमेटी में शामिल होंगे। यह कमेटी मौजूदा क्रिकेट सत्र के लिए काम करेगी और अगले सत्र से पहले राज्य क्रिकेट की प्रगति की समीक्षा करने के साथ ही एसोसिएशनों के कामकाज का आकलन कर मान्यता को लेकर निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल इस कमेटी के माध्यम से राज्य में बीसीसीआई की ओर से क्रिकेट गतिविधियां संचालित कराई जाएंगी। इसमें रणजी में राज्य की टीम का हिस्सा लेना भी तय है।