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पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी ने बेटे अजय सिंह पर घर से बेदखल करने का आरोप लगाया….

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भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी ने अपने बेटों अजय सिंह और अभिमन्यु सिंह पर घरेलू हिंसा करने, घर से बेदखल करने और भरण-पोषण नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बेटों के खिलाफ घरेलू हिंसा संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की अर्जी ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट को दी है। अजय सिंह विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं।

80 साल की सरोज कुमारी मंगलवार दोपहर 12 बजे एनआरआई उद्योगपति सैम वर्मा और बेटी वीणा सिंह के साथ कोर्ट पहुंचीं। सरोज सिंह अपने दोनों बेटे से अलग नोएडा में रह रही हैं। उन्होंने अपनी अर्जी में कहा, ‘‘मेरे बेटों अजय सिंह (राहुल भैया) और अभिमन्यु सिंह ने घरेलू हिंसा कर मुझे मेरे ही घर से बेदखल कर दिया है। उन्होंने मेरा भरण-पोषण करने से इनकार कर दिया है। इस वजह से मुझे मजबूरी में अदालत की शरण लेनी पड़ी है।’’

सरोज कुमारी में अर्जी में लिखा, ‘‘मेरे पति स्वर्गीय अर्जुन सिंह ने जीवनभर कांग्रेस पार्टी में रहकर उसके उन उसूलों पर काम किया जिनसे महिला संरक्षण हो और असहाय व्यक्तियों को सहयोग मिले। लेकिन मेरे बेटे अजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी के उन्हीं उसूलों को ताक में रखकर मुझे मेरे घर से बेदखल कर दिया। मुझे इस अवस्था और इस उम्र में अपना घर छोड़कर अलग-अलग जगहों पर रहना पड़ रहा है। यह कृत्य कांग्रेस पार्टी के उसूलों के खिलाफ है। यह प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी का नेता और सर्वसंपन्न होने के बावजूद मेरे बेटे के चरित्र को परिभाषित करता है। चाहती हूं कि अदालत मुझे मेरे निवास में रहने में मदद करे और अजय सिंह को वहां से अलग करने का आदेश दे। मुझे न्याय मिलने का भरोसा है।”

अर्जुन सिंह के मुख्यमंत्री रहते उनके गृह क्षेत्र चुरहट में बाल कल्याण समिति नामक संस्था ने लॉटरी का कारोबार शुरू किया था। इसमें शामिल लोगों पर 4 करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगा। अर्जुन सिंह का नाम भी इससे जोड़ा गया। विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर उन्हें 1989 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। विपक्ष का कहना था कि लॉटरी से मिली रकम मुख्यमंत्री की कोठी में लगाई गई, जो भोपाल के केरवा इलाके में बनी है। तब सिंह ने विधानसभा में अपनी कोठी की कीमत 15 लाख रुपए बताई थी। अब यह करोड़ों की बताई जाती है और इसी पर सिंह की पत्नी और बेटों में विवाद है।

अर्जुन सिंह के बड़े बेटे अभिमन्यु सिंह का उत्तर प्रदेश में कारोबार है। अभिमन्यु पहली बार उस समय चर्चा में आए थे जब उनके बेटे की सुसराल वालों ने दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उस समय अर्जुन सिंह मीडिया के सामने बड़े बेटे अभिमन्यु से कोई संबंध नहीं होने की बात कही थी। अर्जुन सिंह के निधन के बाद वो परिवार से फिर से मिल गए और अब उनके ऊपर मां सरोज सिंह ने ही घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है।

उपलब्ध रिकार्ड के मुताबिक अर्जुन सिंह ने 31 अक्टूबर और 1 नवंबर और 10 नवंबर 1983 में मेंडोरा गांव में सरोज सिंह के नाम से और अजय सिंह के नाम से तीन हिस्सों में कुल 4.4 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। इसी जमीन पर रहने के लिए देवश्री कोठी निर्मित की गई। लेकिन वर्तमान में इसका क्षेत्रफल 5.39 हेक्टेयर है यानी लगभग 1 हेक्टेयर जमीन बाद में खरीदी गई है। इस पर बने फॉर्म हाउस लागत 11.58 लाख रुपए बताई गई थी, बाद में 20.83 लाख और खर्च किए गए।

अर्जुन सिंह के निधन से 23 दिन पहले ही 9 फरवरी 2011 को केरवा कोठी अजय सिंह के नाम हो गई थी। अजय सिंह ने वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में अपनी संपत्ति के रूप में केरवा कोठी का जिक्र किया है। दोनों ही हलफनामों में इसका लगभग बाजार मूल्य 5 करोड़ रुपए दिखाया गया है। सिंह की ओर से बताया गया है कि इस कोठी का आधा भाग उन्हें विरासत में मिला है, जबकि आधा भाग उन्होंने स्वयं अर्जित किया है।

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