मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पैसों के अभाव में कोई बच्चा शिक्षा से वंचित नही रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की फीस सरकार देगी। श्री चौहान ने आज यहाँ एक निजी चैनल के कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा की पहुँच को आसान बनाने के लिये सरकार ने हर संभव उपाय किये हैं। बेटियों को नि:शुल्क साइकिल देने का कदम हो या मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप देने या उच्च शिक्षा के लिये उनकी फीस भरने का प्रावधान हो। शिक्षा में नवाचारी प्रयोगों के माध्यम से शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिये भी ठोस कदम उठाये हैं।
श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक शाला में शौचालय बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने डेढ़ दशक पूर्व की शिक्षा व्यवस्था की चर्चा करते हुये कहा कि पहले कर्मीकल्चर का बोलबाला था। शिक्षाकर्मी और गुरूजीयों के भरोसे शिक्षा चल रही थी। इसलिये शिक्षा में गुणवत्ता भी निम्न स्तर की थी। आज अध्यापकों को सम्मान पूर्वक वेतन मिल रहा है और शैक्षणिक अधोसरंचना भी सुधरी है। श्री चौहान ने कहा कि अब विद्यार्थियों को सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देने की आवश्यकता है। पैसों की व्यवस्था सरकार कर रही है।
श्री चौहान ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों के लिये चार श्रमोदय विद्यालय खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के सपनों को मरने नहीं देंगे। उन्होंने युवाओं के लिये स्वरोजगार स्थापित करने के लिये लागू की गई योजनाओं की चर्चा करते हुये कहा कि युवा अपना खुद का काम शुरू कर सकते हैं। सरकार उन्हें हरसंभव मदद देगी। उन्होंने कहा कि रोजगार और कौशल विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। महिला सशक्तीकरण सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री चौहान ने ऐसे युवाओं का सम्मान किया जो अत्यंत पिछड़े क्षेत्र से आते हैं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जिन्होंने ऊँचा मुकाम हासिल किया है।