मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के पहले अविश्वास प्रस्ताव (No-confidence motion) पर लोकसभा में चर्चा जारी है. बीजेपी चुनावी साल में इसे एक बड़े मौके के तौर पर देख रही है. लोकसभा में चर्चा की शुरुआत प्रस्ताव (No-Trust Motion) लाने वाला मुख्य दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने की और अध्यक्ष ने उसे बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है. वहीं वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद में सार्थक और बाधा रहित बहस की उम्मीद जताई. मोदी ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले कहा, “आज हमारे संसदीय लोकतंत्र का महत्वपूर्ण दिन है. मुझे उम्मीद है कि मेरे साथी सांसद इस अवसर पर सार्थक, विस्तृत और बाधा रहित बहस करेंगे.” आपको बता दें कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को प्रस्ताव पर अपने विचार रखने के लिए 38 मिनट का समय दिया गया है. अन्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस , बीजू जनता दल (बीजद), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को क्रमश: 29 मिनट, 27 मिनट, 15 मिनट और नौ मिनट का समय दिया गया है. सदन में बहुमत वाली सत्तारूढ़ भाजपा को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है.
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोले तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) नेता जयदेव गाला – “आप (प्रधानमंत्री) कुछ और ही गा रहे हैं, जिसे आंध्र प्रदेश की जनता ध्यान से देख रही है, और वे अगले चुनाव में इसका सटीक जवाब देंगे… आंध्र प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया गया, तो राज्य में BJP साफ हो जाएगी, जिस तरह कांग्रेस हुई थी… प्रधानमंत्री जी, यह धमकी नहीं है, ‘श्राप’ है…” प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश को धोखा दिया… वित्तमंत्री जी, आप सभी लोगों को हर बार बेवकूफ नहीं बना सकते : अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) नेता जयदेव गाला
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करते हुए तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) नेता जयदेव गाला ने कहा कि ये एक धर्मयुद्ध है और कारणों से हम ये अविश्वास प्रस्ताव ले आए. आंध्रप्रदेश पर भारी आर्थिक बोझ है.4 साल से संघर्ष कर रहे हैं.
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करते हुए तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) नेता जयदेव गाला ने कहा कि मोदी-शाह के राज में आंध्र प्रदेश की कहानी सिर्फ खोखले वादों की कहानी है.
सभी नेता तथा पार्टियां उन्हें आवंटित समय का ध्यान रखें : लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजनबीजेडी भी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद करेगी सदन से वॉक आउट शिवसेना वोटिंग में नहीं लेगी हिस्सा नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद विपक्ष करेगा वॉकआउट, नंबर गेम से बचने के लिए विपक्ष की रणनीति : सूत्र
अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के पक्ष में वोट करेगी AIADMK संसद भवन में शिवसेना की बैठक शुरू, सरकार की समर्थन देने या नहीं देने को लेकर पार्टी करेगी फैसला लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, विपक्षी सांसदों को बोलने के लिए आवंटित किया गया समय काफी कम है, जो देशभर की समस्याएं उठाने के लिए पर्याप्त नहीं है.
पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 10:30 बैठक बुलाई. बैठक में अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गड़करी और अनंत कुमार बैठक में मौजूद रहेंगे.
बीजेपी की तरफ़ से गृह मंत्री राजनाथ सिंह, एमपी बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह, किसान मोर्चा अध्यक्ष और यूपी से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त बोलेंगे शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि चर्चा 11 बजे से शुरू होगा. शिवसेना के स्टैंड पर पूरे देश की नजर है. हमारी पार्टी सही निर्णय पीएम मोदी ने शुक्रवार की सुबह ट्वीट किया, ‘हमारे संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन अहम है. मुझे यकीन है कि मेरे साथी सांसद सहयोगी इस अवसर पर रहेंगे और एक रचनात्मक, व्यापक और व्यवधान मुक्त बहस सुनिश्चित करेंगे. हम इसके लिए लोगों और हमारे संविधान के निर्माताओं को श्रेय देते हैं. भारत हमें काफी नजदीक से देख रहा होगा.’