मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश का विकास अगर वे अच्छा कर पा रहे हैं, तो उसमें आचार्य श्री की ही कृपा है। प्रदेश को और समृद्ध एवं खुशहाल बनाने के लिये उनके आशीर्वाद की पुन: जरूरत है। मुख्यमंत्री आज खजुराहो में जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर प्रांगण में धर्मसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आचार्य श्री 108 विद्यासागर के दर्शन साक्षात रूप से कभी-कभी कर पाता हूँ पर उनके बताए रास्ते पर चलने का सदैव प्रयास करता हूँ। उन्होंने कहा कि आचार्य श्री का जीवन दर्शन लोगों की भलाई और कल्याण के लिये अमूल्य हैं। श्री चौहान ने कहा कि आचार्य श्री की प्रेरणा से श्रमदान, वृक्षारोपण, गौ-सेवा से सार्थक जीवन के मूल्य को पाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने हाथ से बनाए जाने वाले वस्त्रों को पहनने से लोगों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से ज्यादा उपयुक्त बताते हुए कहा कि इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने हथकरघा उद्योग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बतायी।
आचार्य श्री विद्यासागर ने आचार्य जीवदया सम्मान समारोह उनके सानिध्य में और चार्तुमास अवधि में करवाने की अनुमति के मुख्यमंत्री श्री चौहान के आग्रह पर आचार्य श्री ने मुख्यमंत्री को सहर्ष आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने आचार्य श्री का पाद प्रच्छालन से अभिवादन किया।
अतिशय क्षेत्र खजुराहो कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष श्री विनोद जैन ने मुख्यमंत्री को प्रशस्ति-पत्र और हथकरघा से बने वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। समाजसेवी श्रीमती सुशीला पाटनी ने श्रीमती साधना सिंह, राज्यमंत्री श्रीमती ललिता यादव और विधायक श्रीमती रेखा यादव को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने सपत्निक आचार्य श्री विद्यासागर को श्रीफल भेंटकर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया।