भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के बीच तनातनी जारी है. इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘हिंदुत्व’ को लेकर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आज के हिंदुत्व में गाय की रक्षा हो रही है और महिलाएं असुरक्षित है. ठाकरे ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी के सत्ता के सपनों के लिए नहीं, आम आदमी के सपनों लिए लड़ रहा हूं.
पार्टी के मुखपत्र सामना को दिये गये इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा, ”मैं पिछले तीन-चार वर्षों से देश में चल रहे हिंदुत्व को स्वीकार नहीं करता हूं. यह हिंदुत्व का हमारा विचार नहीं है. हमारी महिला आज असुरक्षित हैं, और आप गायों की रक्षा कर रहे हैं.’ ठाकरे ने कहा, ”आप लोगों को उनके खाने की प्राथमिकताओं के लिए निशाना नहीं बना सकते.’ठाकरे ने कहा, ”वाह-वाह करने वालों और चाटुकारिता करने वालों को मैं मित्र नहीं मानता. सरकार में हिस्सेदारी होने के बाद भी देश की जनता के लिए अगर कुछ गलत कदम उठाए जाएंगे तो पूरी ताकत के साथ उसे बताना मैं फर्ज समझता हूं और वह मैं करुंगा. ”
मोदी सरकार के खिलाफ लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अविश्वास प्रस्ताव के बारे में यही कह सकता हूं कि जब उधर लोकसभा में रणक्रंदन जारी है, मैं शांति से आपसे बातचीत कर रहा हूं. इसकी वजह यह है कि मुझे संतुष्टि है कि शिवसेना पिछले चार वर्षों में विभिन्न विषयों पर जो भूमिका रखती आई वही भूमिका अब अन्य लोगों को अपनानी पड़ रही है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ”सरकार को मतदान करना होता तो इतने दिनों तक हम सरकार के निर्णय पर हमला क्यों बोलते? आज जो सब लोग मिलकर बोल रहे हैं, वह भूमिका शिवसेना ने पहले ही रखी थी. फिर चाहे वह नोटबंदी की हो, जीएसटी की हो, भूसंपादन कानून की हो, कोई भी विषय ले लो, आज सभी लोग एक होकर बोल रहे हैं. लेकिन उस समय इसके खिलाफ बोलने का साहस सिर्फ शिवसेना ने ही दिखाया.
आपको बता दें कि शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग से शिवसेना दूर रही थी. शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में सरकार की सहयोगी है. शिवसेना के इस रुख से बीजेपी नाराज है. यही वजह है की कल मुंबई पहुंचे अमित शाह ने बीजेपी नेताओं से कहा कि वह गठबंधन के भरोसे नहीं रहें. 2019 लोकसभा में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयारी करें.
जब उनसे पूछा गया कि यह प्रस्ताव आपके मित्रदल (बीजपी) के खिलाफ है. तो उद्धव ने कहा, ‘होगा’. उद्धव ने शिवसेना किसी की दोस्त है क्या? के सवाल पर कहा कि किसी एक पार्टी की मित्र नहीं…कभी नहीं…इसीलिए समय-समय पर कोई बात मुझे पसंद न आए या योग्य न लगे तो उस समय मैं बोलता हूं. उसी सबका नतीजा देखिए. पिछले चार वर्षों में शिवसेना ने जो भूमिकाएं रखीं वही अब लागू करनी पड़ रही हैं. हमने सरकार की किसी भूमिका या नीति का विरोध किया तो वह देश के, जनता के हित के लिए ही किया.
सरकार में रहकर आपको ऐसा क्यों लगता है कि हमेशा विरोध किया जाए? जो काम विरोधी दल को करना चाहिए वो आप क्यों कर रहे हो? के सवाल पर उद्धव ने कहा, ”विरोधी दल क्या कर रहा है इसे लोगों ने देखा है. हमने कभी भी छिपकर कभी कोई बात नहीं की. जो कुछ भी किया वह खुलेआम किया. साथ दिया, वह भी खुलेआम दिया और विरोध किया तो वो भी खुलेआम ही.”