इस मामले में पुलिस का कहना है कि मृत्यु से पहले उसके बयान नहीं हो सके हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि भगवानदास यादव ने बीजेपी पार्षद और उसके भाई की प्रताड़ना से तंग आकर खुद को आग के हवाले कर दिया था।
सीएसपी सलीम खान का कहना है कि कुछ दिनों पहले मृतक भगवान दास के आग से जलने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था। उस समय उसकी हालत ऐसी नहीं थी कि फरियादी के बयान लिये जा सकें। हालांकि पुलिस ने अब उसकी मृत्यु के बाद मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
इस मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ है वीडियो उसी रात का है जिस रात को उसने आग लगाई। वीडियो में वह एक पार्षद और उसके भाई का बार-बार नाम ले रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि पार्षद और उसके भाई से परेशान होकर ही ऑटो चालक ने स्वयं को आग लगा ली। यही वजह है कि परिजन भी वीडियो के आधार पर पार्षद और उसके भाई पर मुकादमा दर्ज कराना चाहते हैं लेकिन, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही कुछ किया जा सकेगा।