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राज्यपाल ने क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लेने की मुहिम की सराहना की..

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राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज जबलपुर में क्षय रोग से ग्रसित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिये जबलपुर जिले में सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से चलाये जा रहे गोद लेने के अभियान की तारीफ की। उन्होंने इसे जारी रखने तथा इससे ज्यादा से ज्यादा संगठनों को जोड़ने पर बल दिया। राज्यपाल आज जबलपुर में राष्ट्रीय पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गठित समन्वय समिति की एवं जिला रेडक्रॉस समिति संयुक्त बैठक को संबोधित कर रही थीं।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने क्षय रोग से पीड़ित बच्चों के गोद लिये जाने के बाद वजन में हुई वृद्धि पर भी प्रसन्नता व्यक्त की । उन्होंने ऐसे बच्चों की नियमित निगरानी पर जोर दिया । राज्यपाल ने मुहिम से जुड़े सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे क्षय रोग से ग्रसित बच्चों के घरों में जाकर उनके अभिभावकों को इन बच्चों की बेहतर देखभाल, स्वच्छता एवं खान-पान पर ध्यान देने की समझाईश भी दें ।

राज्यपाल को बैठक में बताया गया कि पोषण स्तर में सुधार एवं देखभाल के लिए क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लेने के करीब ढाई माह पूर्व शुरू किये गये अभियान को जबलपुर जिले में अच्छा प्रतिसाद मिला है । इस अभियान के तहत रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय एवं नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा अभी तक 57 बच्चों को गोद लिया जा चुका है । राज्यपाल को बताया गया कि कई और सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों ने भी इस मुहिम से जुड़ने की मंशा व्यक्त की है। बैठक में रोटरी क्लब जबलपुर साउथ द्वारा 11 बच्चों, संगिनी सेवा समिति द्वारा 7 बच्चों, महाकौशल चेम्बर ऑफ कामर्स द्वारा 5 बच्चों, कच्छी जैन समाज द्वारा 5 बच्चों और जिला रेडक्रॉस समिति द्वारा क्षय रोग से पीड़ित करीब सौ बच्चों को गोद लेने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई। बैठक में बताया गया कि जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा क्षय रोग से पीड़ित सर्वाधिक 20 बच्चों को गोद लिया गया है ।

राज्यपाल ने इस अवसर पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा किये जा रहे सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यो की जानकारी ली । उन्होंने रेडक्रॉस समिति के सदस्यों के सुझाव पर स्कूली बच्चों को फस्र्ट एक ट्रेनिंग देने की दिशा में जरूरी पहल करने की सलाह दी । श्रीमती पटेल ने समाज के कमजोर वर्गों की सहायता के लिए सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों से विभिन्न प्रकल्पों को शुरू करने का आग्रह करते हुए कहा कि स्कूली बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने की मुहिम भी चलाई जानी चाहिए । राज्यपाल ने समाज के सम्पन्न लोगों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार के सदस्यों का जन्म-दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाकर मनायें और अंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को उनकी जरूरतों की चीजें उपहार में दें । उन्होंने कहा कि ये सामग्री सम्पन्न परिवारों के लिए छोटी हो सकती है,लेकिन जरूरतमंदों के लिए बड़ा महत्व रखती है ।

इससे उनके बच्चों के मन में भी सेवा की भावना आयेगी । राज्यपाल ने इस मौके पर कुलपतियों से कहा कि छात्रों को अच्छी शिक्षा देने के साथ उन्हें सामाजिक सरोकारों से भी जोड़ें । उन्होंने इसके लिए छात्र-छात्राओं को वृद्धाश्रम, अनाथालय जैसी संस्थाओं का भ्रमण कराने की जरूरत बताई । श्रीमती पटेल ने समाजसेवा के कार्यों एवं जरूरतमंदों की मदद के उद्देश्य को लेकर स्कूल-कॉलेजों एवं अन्य संस्थाओं में सहयोग राशि एकत्र Aकरने के लिए बाक्स रखने की सलाह दी । उन्होंने कहा कि बच्चे भले ही बाक्स में एक रूपये की छोटी राशि डालें, लेकिन यह धीरे-धीरे उनकी आदत में आ जायेगा और गरीबों की मदद करना उनका स्वभाव बन जायेगा ।

क्षय रोग से पीड़ित बच्ची रोशनी चौधरी से मिलीं राज्यपाल

राज्यपाल श्रीमती पटेल की पहल पर जिले के क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को पोषण स्तर में सुधार के लिए अभियान के तहत अभी तक 57 बच्चों को विभिन्न संगठनों द्वारा गोद लिया गया है । इन संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराये गये पोषण आहार और इनकी देखभाल के फलस्वरूप इन बच्चों के वजन में दो सौ ग्राम से लेकर डेढ़ किलो तक की वृद्धि दर्ज की गई है ।

इस मुहिम के तहत रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा गोद ली गई बच्ची कुमारी रोशनी चौधरी से आज राज्यपाल ने अपने जबलपुर में भेंट की । उन्होंने बच्ची से उसके हालचाल पूछे और स्वास्थ्य की जानकारी ली । इस मौके पर राज्यपाल ने रोशनी को फलों की टोकरी भेंट की।

श्रीमती पटेल ने रोशनी के साथ आये उसके पिता जुगल किशोर चौधरी से कहा कि घर के कामकाज को उसकी पढ़ाई में बाधा न बनने दें और उसे स्कूल जाने से न रोका जाये । उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे बच्ची के स्कूल जायें और शिक्षकों एवं शाला के प्राचार्य को उसे सभी जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश दें। साथ ही उसके साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार न करने की समझाईश भी उसके सहपाठियों को दें।

इस अवसर पर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्र ने बताया कि क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लिये जाने की विश्वविद्यालय प्रशासन ने जीसीएफ राम मंदिर निवासी रोशनी सहित टी.बी. से ग्रसित छ: बच्चों को गोद लिया है । प्रो. मिश्र ने बताया कि रोशनी के पौष्टिक आहार और देखभाल सहित इसकी पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उठाया जायेगा ।

बैठक में समाज सेवी डॉ. जीतेन्द्र जामदार, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्र, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप बिसेन, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी.डी. जुयाल, प्रभारी कलेक्टर श्रीमती हर्षिका सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुरली अग्रवाल, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ. अजीत दुबे, रोटेरियन डॉ. संजीव चौधरी, रोटेरियन अजय बघेल, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. धीरज दवंडे तथा समन्वय सेवा केन्द्र, महाकौशल चेम्बर ऑफ कामर्स सहित विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे ।

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