यह मलबा रात करीब 2 बजे आया है। यहां से बहने वाले नाले में पानी के साथ भारी मलबा आ गया। पानी निकासी के लिए जो पाइप डाले गए थे वो भी ब्लाक हो गए और सारा मलबा सड़क पर आकर इकट्ठा हो गया। इसके कारण एनएच के नीचे वाली तरफ जो दलदल वाली मिट्टी थी उसका बहाव भी शुरू हो गया और यह पंदलाही गांव तक पहुंच गया। यहां गांव के दो घराट और एक पुल इसकी चपेट में आ गए। गनीमत यह रही कि प्रशासन द्वारा आईआईटी के सहयोग से लगाए गए सायरन काम आ गए और मलबा आने से पहले इनके बजने का सिलसिला शुरू हो गया।
एहतिआत के तौर पर ट्रैफिक रोक दिया गया। आए हुए मलबे को हटा दिया गया है और अस्थाई तौर पर एनएच पर यातायात को बहाल कर दिया गया है। वहीं इसी नेशनल हाईवे मैगल के पास भी पहाड़ी से भारी मलबा आया हुआ है। यहां पर करीब तीन स्थानों पर पहाड़ी दरकी है और भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे बाधित हो गया थाष यहां रात करीब तीन बजे मलबा आने की घटना घटी। सुबह जेसीबी मशीन लगाकर मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया।
डीएसपी पधर मदनकांत ने बताया कि एनएच में एकतरफा यातायात बहाल कर दिया गया है। भारी बारिश के चलते अभी भी पहाड़ी से मलबा आ सकता है जिसके चलते प्रशासन ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।