सर्वश्रेष्ठ नगर को पुरस्कृत करेंगे मुख्यमंत्री श्री चौहान
प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में 2 अगस्त से 15 सितम्बर, 2018 तक ‘स्वच्छ प्रदेश-स्वस्थ प्रदेश’ अभियान संचालित किया जायेगा। अभियान के दौरान सभी नगर में स्वच्छता के सभी घटकों में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि अभियान के दौरान एक सितम्बर से 15 सितम्बर, 2018 के बीच क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति का थर्ड पार्टी परीक्षण भी करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि अभियान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर परिषद को पृथक से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा।
श्रीमती माया सिंह ने बताया कि समस्त नगर पालिका निगम, नगर पालिका परिषद और नगर परिषद को जारी निर्देशों के अनुसार अभियान का उद्देश्य नगर के प्रत्येक वार्ड एवं बस्ती तक स्वच्छता सुविधाओं का विस्तार करना, प्रत्येक गली-मोहल्ले तक शत-प्रतिशत घरों से कचरा इकट्ठा करने की प्रक्रिया का प्रभावी क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण करना, खुले में शौच की प्रवृत्ति को समाप्त करने के लिये उन स्थानों पर विशेष अभियान चलाना, व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक शौचालयों में स्वच्छता बनाये रखने के लिये जागरूकता पैदा करना, प्रत्येक कार्यालय, स्कूल, बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन आदि क्षेत्रों में शौचालयों के मानदण्डों के अनुसार सफाई सुनिश्चित कराना, प्रत्येक कार्यालय एवं अन्य अशासकीय संस्थानों में कचरा संग्रहण की स्थायी व्यवस्था का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना, नगर में शत-प्रतिशत गीला एवं सूखा कचरा एकत्र करने की प्रक्रिया का क्रियान्वयन कराना, उत्सर्जित गीले कचरे की कम्पोस्टिंग और सूखे कचरे को रि-सायकिल के लिये भेजना, अभियान से नागरिकों को सीधे जोड़ना तथा स्टार रेटिंग के लिये समान्तर रूप से दस्तावेजीकरण करना है।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने जानकारी दी कि ‘स्वच्छ प्रदेश स्वस्थ प्रदेश’ अभियान 2 अगस्त से 15 सितम्बर, 2018 तक सभी नगरों में निरंतर रूप से हर दिन संचालित किया जायेगा, जिसमें पृथक से दल निर्मित कर वार्डवार गतिविधियाँ संचालित की जायेंगी। प्रत्येक वार्ड का नोडल अधिकारी/कर्मचारी नियुक्त किया जायेगा, जिसके नेतृत्व में स्वच्छता गतिविधियाँ संचालित की जायेंगी। महापौर और अध्यक्ष नगर स्तर पर अभियान का नेतृत्व करेंगे और वार्डों में पार्षद एवं स्थानीय नागरिक अभियान में शामिल होंगे। अभियान प्रत्येक दिन 3 चरण में संचालित किया जायेगा। प्रथम चरण में प्रात:कालीन गतिविधियों में वार्ड स्तर पर श्रममूलक कार्य कराये जायेंगे, जिसमें जन-सामान्य और जन-प्रतिनिधियों को जोड़कर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा और श्रमदान कराया जायेगा। द्वितीय चरण में विचार गोष्ठी एवं कैम्प आयोजित कर स्वच्छता जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन के विषयों का वीडियो, व्याख्यान, पम्पलेट, नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जायेगा। इसमें दिनभर संचालित गतिविधियों का फीडबैक प्राप्त कर वार्ड स्तर पर संवहनीय व्यवस्था लागू की जायेगी। इस दौरान खुले में शौच, यहाँ-वहाँ कचरा फेंकने, थूकने आदि से उत्पन्न होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, टाईफाइड आदि को रोकने के लिये जानकारियों का प्रचार-प्रसार किया जायेगा। तृतीय चरण में दिनभर की गई समस्त गतिविधियों की जानकारी संचालनालय को शाम 6 से 7 बजे के बीच निर्धारित प्रपत्र में प्रेषित करना होगी