विराट कोहली मैदान पर एक चतुर कप्तान के रूप में जाने जाते हैं, जो हमेशा बल्लेबाजी और फील्डिंग के दौरान आगे बढ़कर टीम इंडिया का नेतृत्व करते हैं. कप्तान कोहली की आक्रामकता टीम में साथी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत रहा है, क्योंकि उन्होंने अपनी कप्तानी में क्रिकेटर्स के लिए नए मापदंड स्थापित कर दिए हैं, जिससे उन्हें आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरणा मिले.लेकिन कोहली ने अपनी कप्तानी में 4 बार मैदान पर ऐसे गलत फैसले लिए जिससे टीम इंडिया को टेस्ट मैच में हार का मुंह देखना पड़ा.साल 2017 की शुरुआत में जब स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी, तो सीरीज का पहला टेस्ट मैच पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला गया जिसकी पिच पहले ही दिन सेस्क्वायर टर्न ले रही थी.
इस मैच में कप्तान कोहली टॉस हार गए. ऐसी परिस्थितियों में, कोहली ने आश्चर्यजनक रूप से बल्लेबाज करुण नायर की कीमत पर जयंत यादव को तीसरे स्पिनर के रूप में खिलाने का विकल्प चुना, जो कि नंबर 6 पर स्पष्ट विकल्प था.सामान्य तौर पर टीमें ऐसी रैंक टर्नर विकेट पर एक अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ खेलती हैं. लेकिन कोहली का यह फैसला टीम इंडिया पर भारी पड़ा और भारत ने यह मैच 333 रनों से गंवा दिया.कोहली के अतिरिक्त बल्लेबाज नहीं खिलाने का फैसला भारत को काफी हद तक महंगा पड़ा था, क्योंकि मेजबान टीम इंडिया दो पारियों में 105 और 107 रनों पर ऑलआउट हो गई थी. जयंत ने इस टेस्ट मैच में केवल दो विकेट लिए.
साल 2018 की शुरुआत में साउथ अफ्रीका दौरे पर गई टीम इंडिया को सीरीज के पहले ही टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा. केपटाउन में खेले गए इस टेस्ट मैच में कोहली ने रोहित शर्मा को अजिंक्य रहाणे पर तरजीह दी.टीम इंडिया के लिए टेस्ट मैचों में बतौर उप-कप्तान नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने वाले अजिंक्य रहाणे की जगह रोहित शर्मा को शामिल करने का फैसला टीम को बहुत महंगा पड़ा. रोहित शर्मा इस मैच में बल्ले से बुरी तरह विफल रहे, उन्होंने दो पारियों में 10 और 11 रन बनाए. भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह टेस्ट मैच 72 रनों से गंवा दिया.
मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर वही वाकया फिर दोहराया गया. सीमित ओवरों की फॉर्म के आधार पर कप्तान कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में लोकेश राहुल को टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा पर तरजीह दी.राहुल ने इस मैच में 4 और 13 रन बनाए. नतीजा टीम इंडिया यह मैच 31 रनों से गंवा बैठी. पुजारा को ड्रॉप करने का खामियाजा टीम इंडिया को मैच गंवा कर भुगतना पड़ा.नंबर तीन पर भारतीय टीम के लिए काफी अहम भूमिका निभाने वाले पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक 59 मैचों की 99 पारियों में 49.45 की औसत से 4549 रन बनाए और उनका उच्चतम स्कोर 206 रन रहा है.
मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया ने मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट खेला. टेस्ट का पहला दिन पूरी तरह से बारिश में धुल गया था, जिसकी वजह से टॉस में देरी हुई थी. लेकिन पिच रिपोर्ट के समय सभी पूर्व क्रिकेटरों ने कहा था कि अगर इस पिच पर एक स्पिनर के साथ भी उतरा जाए तो अच्छा रहेगा. पिच तेज गेंदबाजों के मुताबिक थी, इसके बावजूद उमेश यादव जैसे गेंदबाज को नहीं खिलाया गया.
ओवरकास्ट कंडीशंस में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तेज गेंदबाज उमेश यादव की जगह चाइनामैन कुलदीप यादव को मौका दिया. भारतीय टीम ने यह मैच पारी और 159 रनों से गंवा दिया.भारतीय टीम मैच में कुलदीप यादव के रूप में अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज के साथ उतरी जबकि जब परिस्थिति तेज गेंदबाजों के मुताबिक थी और ऐसा लगा कि तीसरा तेज गेंदबाज टीम की मदद करता. बारिश के कारण भारतीय टीम मैनेजमेंट का यह दांव उलटा पड़ गया.