प्रदेश में गरीब तबकों के दिव्यांगों को राज्य शासन की ओर से व्हील चेयर, हियरिंग मशीन, ट्रॉयसिकल आदि का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है। इससे दिव्यांगों की परिजनों पर निर्भरता कम हुई है। साथ ही, दिव्यांग व्यक्ति का मनोबल भी बढ़ रहा है।नीमच में कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने जन- सुनवाई के दौरान गैंगरिन में एक पाँव गँवा चुके उस्माल अली को व्हील चेयर दिलवाई। व्हील चेयर मिलने के बाद उस्मान और उसकी पत्नी शमीम बानो के चेहरे की खुशी देखने लायक है। कलेक्टर ने जन-सुनवाई में 197 दिव्यांगों की समस्याएँ सुनी और निराकरण भी किया
सीधी में जन-सुनवाई के दौरान कलेक्टर ने कोठार गाँव के 65 वर्षीय रामनोहर सिंह को कान की मशीन दिलवाई। राममनोहर ने बताया था कि सुनने में दिक्कत होने के कारण जिन्दगी कठिनाईयों से भर गई है। मशीन खरीदने की क्षमता है नहीं। मौके पर ही राममनोहर की समस्या का निदान होने से वह भी शासन की तरीफ के पुल बांध रहे है। अब
दिव्यांग रवि केवट दोनों पैर खराब होने से कहीं आना-जाना नहीं कर पाता है। अगर ट्रायसिकल मिल जाये तो वह खुद आना-जाना कर सकेगा और अपने कामों को करने में किसी की सहायता नहीं लेनी पड़ेंगी। रवि की परेशानी को जिला प्रशासन ने समझा। जिला कलेक्टर ने उसे नि:शुल्क ट्रायसिकल दी है। अब रवि किसी का मोहताज नहीं है।