प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 105 उद्योगों व होटलों को नोटिस जारी किए हैं। बोर्ड ने होटलों व उद्योगों को चेतावनी दी है कि यदि प्रदूषण फैलाने से बाज नहीं आए तो बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। बोर्ड की इस कार्रवाई के बाद होटल व उद्योग मालिकों में हड़कंप मच गया है। यह नोटिस परवाणु, अर्की, सोलन, कसौली व चायल क्षेत्रों में जारी किए गए हैं। जानकारी के अनुसार सोलन जिले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड निजी इकाइयों पर शिकंजा कसने जा रहा है।
बोर्ड को शिकायतें मिली थी कि निजी उद्योग प्रदूषण फैला रहे हैं, जिसकी वजह से वातावरण को काफी अधिक नुकसान हो रहा है। बोर्ड द्वारा उद्योगिक इकाइयों की जांच के दौरान पाया गया है कि कई उद्योगों ने ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगा रखे हैं। जिन उद्योगों में प्लांट लगे हैं वे काम नहीं कर रहे हैं। कैमिकल युक्त पानी खुले स्थान पर छोड़ा जा रहा है। विशेष रूप से परवाणु व आसपास के क्षेत्रों में स्थित उद्योगों पर बोर्ड द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है। बोर्ड ने तीन दर्जन से अधिक निजी उद्योगों को नोटिस भी जारी किए हैं।
बताया जा रहा है कि इनमें से आधा दर्जन उद्योग ऐसे हैं जिनके पानी सैंपल फैल पाए गए थे और पानी खुले स्थान पर छोड़ा जा रहा है। बोर्ड ने चायल, कंडाघाट, कसौली, अर्की व आसपास के क्षेत्रों के करीब 70 होटलों को बोर्ड ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस के माध्यम से चेतावनी दी गई है प्रदूषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच के दौरान पाया गया है कि कई होटलों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगे हैं, जिसकी वजह से जिसकी वजह से प्रदूषण फैल रहा है।
कई होटलों में कूड़े कर रखरखाव भी सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। इस कारण गंदगी फैल रही है। बोर्ड ने निजी होटलों को नोटिस जारी करते हुए कड़ा संज्ञान लिया है। इन सभी होटलों से दो सप्ताह में जवाब मांगा गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया जाता है तो आगामी कार्रवाई की जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड परवाणु के अधिशाषी अभियंता अतुल परमार का कहना है कि फिलहाल प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए गए हैं। यदि इसके बाद भी सुधार नहीं होता है तो बोर्ड की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।