जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में उस वक्त भारी हिंसा भड़क उठी जब पत्थरबाजों ने गलियों में पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे लहराए। शांति में खलल डालने की कोशिशों के बीच प्रदर्शनकारियों ने ईद की नमाज के बाद श्रीनगर के इदगाह मैदान में तैनात पुलिसकर्मियों से भिड़ गए और देश विरोधी नारे लगाए। भीड़ को तितर बितर करने का प्रयास कर रहे सुरक्षाबलों पर पत्थर भी बरसाए गए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हालात को बिगड़ता देख सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। विरोध में पत्थरबाजों ने पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे भी लहराए। जबकि, एक अन्य घटना में कुलगाम के जाजरीपोरा में इदगाह के बाहर जिस जिस वक्त एक पुलिसवाले नमाज के बाद बाहर जा रहे थे तो आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी।
अनंतनाग ही नहीं श्रीनगर में भी पत्थरबाजों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। यहां ईदगाह के पास पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों के वाहन पर पथराव किया।
बताते चलें कि पत्थरबाजी की इन घटनाओं से पहले कुलगामा से ट्रेनी कॉन्स्टेबल और पुलवामा में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की खबरें आई थी। बीजेपी कार्यकर्ता की पुलवामा में आतंकियों ने हत्या की है।
बकरीद के मौके पर भी पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आया। सीमा पार से सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं भी सामने आई हैं।
बकरीद पर हालात बेकाबू होते देख प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीनगर के मेन चौराहे पर पाकिस्तान का झंडा लहराया गया और भारत विरोधी नारे भी लगाए गए।
इससे पहले मई में, पत्थरबाजी के चलते तमिलनाडु से आए एक पर्यटक को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। उसके बाद बेंगलुरू के जिला न्यायाधीश जो कि छुट्टी में अपने परिवार के साथ वहां गए हुए थे, उन पर पत्थर मारे गए। जबकि, शोपियां जिले के जवूरा गांव में पत्थरबाजों ने एक स्कूली बस को लेकर जा रही बस पर पत्थर बरसाए।