हिमाचल विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे युवा कांग्रेेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज मामले में विपक्ष के सदन में हंगामे के बाद मुख्यमंत्री जयराम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मानसून सत्र के तीसरे दिन सोमवार को सदन में विपक्ष काफी आक्रामक नजर आया। कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए दो बार स्पीकर की चेयर का घेराव और एक बार वाकआउट किया। शोर-शराबे के बीच विधानसभा अध्यक्ष को 20 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सोमवार को सत्र की शुरुआत दोपहर दो बजे हुई। स्पीकर डॉ. राजीव बिंदल के प्रश्नकाल की घोषणा करने से पहले ही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर की बात करते हुए युकां कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज मामले में चर्चा मांगी। कहा कि इसके लिए स्थगन प्रस्ताव दिया है। इसे मंजूर कर चर्चा की जाए। इसी बीच, भाजपा विधायक राकेश पठानिया बोले कि इस बारे में दुष्प्रचार हो रहा है। दोनों पक्षों में नोकझोंक होती रही। नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में चले गए और चेयर का घेराव किया।
स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 20 मिनट तक स्थगित कर दी। स्पीकर ने अपने चैंबर में दोनों दलों के नेताओं को कार्यवाही चलने देने के लिए समझाया। दोपहर 2:40 बजे सदन दोबारा शुरू हुआ। स्पीकर ने कहा कि तीन कांग्रेस विधायकों के स्थगन प्रस्ताव के नोटिस आए हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष अपनी बात रखें। अग्निहोत्री ने इस दौरान जख्मी युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फोटो सदन में लहराए। स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा और मजिस्ट्रियल जांच मांगी।हिमाचल कांग्रेेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि लाठीचार्ज कराने वाले अफसरों पर कार्रवाई नहीं की गई तो प्रदेश भर में कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा। उनका कहना है कि युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने तक कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा।
इस मामले में कांग्रेस झुकने वाली नहीं है। सुक्खू ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न और नशा माफिया पर शिकंजा कसने की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव कर रहे थे।
युकांइयों के प्रतिनिधि अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन देना चाहते थे परंतु उनको आगे जाने से जबरन रोका गया। कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाई र्गइं। एक दर्जन कार्यकर्ता बुरी तरह के घायल हुए हैं। इसके विरोध में विधानसभा में विपक्ष को वाकआउट करना पड़ा। उनका कहना है कि युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कराने वाले अफसरों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा।