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निजी बसों की हड़ताल: एचआरटीसी का एक्शन प्लान तैयार छुट्टियों से वापस बुलाए कर्मचारी….

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निजी बस ऑपरेटरों की सोमवार को होने वाली हड़ताल से निपटने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। रविवार को छुट्टी के बावजूद एचआरटीसी के अधिकारी दफ्तरों में डटे रहे। निगम ने अपने तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को छुट्टी से वापस बुलाकर अतिरिक्त बसें चलाने की तैयारी की है। कर्मचारी सोमवार को ओवरटाइम कर भी मुसाफिरों की मुश्किलों को कम करने की कोशिश करेंगे।

एचआरटीसी के वरिष्ठ महाप्रबंधक हेमेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि नाइट बसें और वर्कशाप में खड़ी बसें भी रूटों पर चलेंगी। हर बस स्टैंड में कंट्रोल रूम होंगे। डीएम, आरएम और अड्डा इंचार्ज ऑन डिमांड बसें चलाएंगे। रूट क्लब कर स्पेयर बसें ऐसे रूटों पर भेजी जाएंगी, जहां प्राइवेट बसें चलती हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के करीब 4,000 रूटों पर 3200 निजी बसें चलती हैं। किराया बढ़ाने की मांग को लेकर निजी बस ऑपरेटर सोमवार को हड़ताल करने जा रहे हैं।हिमाचल प्राइवेट बस आपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने कहा है कि सोमवार को कांग्रेस और माकपा द्वारा बुलाए गए भारत बंद का प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन की हड़ताल से कोई लेनादेना नहीं है। यह हड़ताल पूरी तरह गैर राजनीतिक है। हम अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।

अध्यक्ष राजेश पराशर का कहना है कि हड़ताल पूरी तरह शांतिपूर्वक होगी। प्राइवेट बस ऑपरेटरों की हड़ताल की आड़ में अगर कोई सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो वह इसके लिए खुद जिम्मेदार होगा। हड़ताल को अगर सरकार गंभीरता से नहीं लेती तो सचिवालय के बाहर आमरण अनशन होगा। एचआरटीसी ऑपरेशनल स्टाफ ड्राइवर कंडक्टर यूनियन ने प्राइवेट बस ऑपरेटरों की हड़ताल को असंवैधानिक करार देते हुए एचआरटीसी बसों के माध्यम से लोगों को हर संभव सुविधा देने का दावा किया है।

संगठन के महासचिव हरिलाल ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल में अन्य राज्यों के मुकाबले पहले ही प्रति किलोमीटर किराया अधिक है। प्रदेश में बसें ही परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने का एकमात्र साधन हैं। सरकार को किराये में बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे प्रदेश के लाखों लोगों पर अनावश्यक बोझ पड़ेगा।प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन चंबा ने सोमवार को आहूत हड़ताल को स्थगित कर दिया है। रविवार को प्रधान रवि महाजन की अध्यक्षता में बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक में हड़ताल को लेकर विचार विमर्श किया गया। अध्यक्ष ने कहा कि सोमवार को कांग्रेस की ओर से भारत बंद की कॉल दी गई है। ऐसे में बस ऑपरेटर यूनियन पार्टी विशेष का समर्थन नहीं करेगी। कांग्रेस के भारत बंद में निजी बस ऑपरेटरों की मांगों का कहीं उल्लेख नहीं है।

ऐसे में सोमवार को होने वाली बसों की हड़ताल फिलहाल स्थगित की जाती है। आने वाले दिनों में इसे दोबारा किया जाएगा। इस मौके पर यूनियन के सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।हिमाचल में निजी बस ऑपरेटरों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान किया है। सोमवार से चार हजार से ज्यादा प्राइवेट बसों के चक्के थम जाएंगे। ऑपरेटरों की मांग है कि डीजल कीमतों में हो चुकी भारी बढ़ोतरी के चलते सरकार बस किराया भी 50 फीसदी बढ़ाए। वहीं मुसाफिरों को समस्या न हो, इसके लिए एचआरटीसी 300 अतिरिक्त बसें सड़क पर उतार रहा है। इसके अलावा प्राइवेट रूटों पर भी जेएनआरयूएम की बसें निगम दौड़ाएगा। प्रदेश निजी बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष राजेश पराशर और महासचिव रमेश कमल ने बताया कि हड़ताल के दौरान प्रदेश में कोई निजी बस नहीं चलेगी। जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, बस ऑपरेटरों की हड़ताल जारी रहेगी। प्रदेश में जब बस किराया बढ़ा था तो डीजल की कीमत 46 रुपये प्रति लीटर थी।

अब डीजल की कीमत 72 रुपये प्रति लीटर हो गई है। कलपुर्जे और बीमा खर्च भी दोगुने बढ़ गए। बसों की कीमतें बढ़ गईं, लेकिन बस किराया नहीं बढ़ा। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों को ज्ञापन सौंप दिए हैं। यूनियन महासचिव ने कहा कि उनकी हड़ताल का किसी भी राजनीतिक संगठन के भारत बंद से कोई संबंध नहीं है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम कर्मचारी नेता शंकर सिंह ठाकुर ने चालक-परिचालकों से अपील की है कि वे ईमानदारी से अपनी सेवाएं देने को तैयार रहें। एचआरटीसी के मुख्य महाप्रबंधक एचके गुप्ता ने बताया कि निगम अधिकारी निजी बसों की हड़ताल को देखते हुए प्रदेश भर में स्थिति पर बराबर निगरानी रखेंगे। प्रदेश में जिन रूटों पर निजी बसें अधिक चलती हैं वहां सरकारी बसों की संख्या बढ़ेंगी।

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