पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का मंच दिल्ली के रामलीला मैदान में सजा हुआ है. मंच पर यूपीएम की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, एनसीपी के अध्यक्ष शरद यादव, शरद पवार, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और आरजेडी से मनोज झा सहित 20 पार्टियों के नेता मौजूद हैं. लेकिन इसी बीच एक तस्वीर रामलीला मैदान में चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल मंच के किनारे पर एक बड़ी तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी की लगी हुई है जिसको देखकर ऐसा लग रहा है
कि पीएम मोदी विपक्ष के इन नेताओं को देख रहे हैं. मीडिया की नजर से भी यह तस्वीर बच नहीं पाई और हर एंगल से इस तस्वीर को कैमरे में कैद सोशल मीडिया पर भेजी जा रही है. यह तस्वीर हर देश के लगभग हर पेट्रोल-पंप पर लगी है जिसमें केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना के बारे में बताया गया है. आपको बात दें पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में करीब 20 विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दूसरे नेताओं ने राजघाट से रामलीला मैदान तक मार्च किया. विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी (सपा) , बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), जद(एस), आम आदमी पार्टी (आप), तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), नेशनल कांफ्रेंस, झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (झाविमो-प्र), एआईयूडीएफ, केरल कांग्रेस (एम), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), आईयूएमएल और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता इस प्रदर्शन में शामिल हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा, ”देश के सभी विपक्षी दलों ने भारत बंद में शामिल होने का फैसला किया. इसके साथ ही यह भी सहमति बनी कि दिल्ली में भी हमें एकजुटता दिखानी होगी. सभी आज के प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं.” सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने इन सभी विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं से बात की थी जिसके बाद सभी ने ‘भारत बंद’ का समर्थन किया. कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ ‘भारत बंद’ बुलाया है. ‘भारत बंद’ सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि आम जनता को दिक्कत नहीं हो.