दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को अपने सरकारी निवास ओकओवर और राज्य सचिवालय में अफसरों की क्लास ली। सीएम पहले ओकओवर पहुंचे। यहां उन्होंने डीजीपी एसआर मरडी को बुलाया। इसके बाद उन्होंने राज्य सचिवालय में मुख्य सचिव विनीत चौधरी और अन्य सचिवों के साथ भी बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से कानून-व्यवस्था के अलावा हिमाचल में बंद और हड़ताल पर भी चर्चा की।
सूत्रों ने बताया कि दोपहर बाद शिमला पहुंचते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर काफी तल्ख मुद्रा में नजर आए। ओकओवर में उन्होंने पुलिस महकमे के प्रमुख को बुलाकर उनसे बसपा नेता हत्या मामले, उसके बाद शिमला में हुए प्रदर्शन, बंद और यातायात सुविधाएं बाधित रहने जैसे मुद्दों पर बात की।
मुख्यमंत्री कई मामलों में पुलिस प्रशासन की सुस्ती से काफी नाखुश बताए जा रहे थे। बताते हैं कि डीजीपी ने उन्हें इस बात से आश्वस्त किया कि तमाम मसलों में व्यवस्था को अधिक दुरुस्त किया जाएगा। इसके बाद वह राज्य सचिवालय स्थित अपने कार्यालय गए।
वहां भी उन्होंने शीर्ष अधिकारियों की बैठक ली। इसमें प्रधान सचिव परिवहन को पूछा गया कि राज्य में निजी बस आपरेटरों की हड़ताल से लोगों को असुविधाएं तो नहीं हुईं। इस पर परिवहन सचिव जेसी शर्मा ने स्थिति साफ की। परिवहन विभाग की ओर से की गई व्यवस्था की भी जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि डीजीपी सचिवालय में भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने सरकार के आला अधिकारियों को अपने जयपुर और दिल्ली दौरे के अनुभव साझा किए। उन्होंने अधिकारियों को राजस्थान सरकार की ओर से आईटी क्षेत्र में किए गए बेहतरीन कार्यों से अवगत करवाया। पिछले दो दिन दिल्ली में हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लेने के बाद लौटे सीएम ने केंद्र सरकार की तमाम नीतियों और योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने के भी आदेश दिए। नई दिल्ली की बैठक से पहले सीएम जयपुर गए थे।