धर्मशाला इस संबंध में जिला कांगड़ा आयुर्वेद विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल द्वारा परिसर में नए व स्मार्ट भवन निर्माण और परिसर में चारदीवारी लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में पुराने भवन को अनसेफ घोषित करवाने तथा उसे डिसमेंटल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पुराने भवन की फाइल तैयार करके लोक निर्माण विभाग को भेजी गई है। जिला आयुर्वेदिक विभाग व लोक निर्माण विभाग द्वारा इस पर चर्चा उपरांत निर्णय लिया जाना है। गौरतलब है कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में पुराने भवन के स्थान पर नया भवन निर्माण प्रस्तावित किया गया है, जिसके लिए पुराने को असुरक्षित घोषित करवाकर डिसमेंटल करवाना होगा, जिसके लिए आयुर्वेदिक विभाग कार्य कर रहा है। वहीं अस्पताल परिसर को चारदीवारी से कवर किया जाएगा। बहरहाल, सरकार और प्रशासन स्मार्ट सिटी को और बेहतर व अच्छी सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।
जिला आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में कई ऐसे पेड़ हैं तो भवनों की ओर झुके हैं। इन पेड़ों से कभी भी हादसा हो सकता है, जिला आयुर्वेदिक विभाग ने खतरा बने पेड़ों को काटने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए वन विभाग को पत्र लिखा है। जिससे कि वन विभाग इन पेड़ों को काटने की व्यवस्था करे और इनके गिरने से होने वाले भवनों के नुकसान से बचा जा सके।
आयुर्वेदिक विभाग परिसर धर्मशाला को स्मार्ट बनाया जाएगा। पुराने भवनों को असुरक्षित करवाकर डिस्मेंटल करने के बाद नया भवन बनाया जाएगा। अस्पताल परिसर में चारों ओर बाउंड्रीवॉल लगाई जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है, लोक निर्माण विभाग से चर्चा करके इस बारे मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। परिसर में जो पेड़ भवनों की ओर झुके हैं, उन्हें काटने के लिए वन विभाग को पत्र लियाा है
इस संबंध में जिला कांगड़ा आयुर्वेद विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल द्वारा परिसर में नए व स्मार्ट भवन निर्माण और परिसर में चारदीवारी लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में पुराने भवन को अनसेफ घोषित करवाने तथा उसे डिसमेंटल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पुराने भवन की फाइल तैयार करके लोक निर्माण विभाग को भेजी गई है। जिला आयुर्वेदिक विभाग व लोक निर्माण विभाग द्वारा इस पर चर्चा उपरांत निर्णय लिया जाना है। गौरतलब है कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में पुराने भवन के स्थान पर नया भवन निर्माण प्रस्तावित किया गया है, जिसके लिए पुराने को असुरक्षित घोषित करवाकर डिसमेंटल करवाना होगा, जिसके लिए आयुर्वेदिक विभाग कार्य कर रहा है। वहीं अस्पताल परिसर को चारदीवारी से कवर किया जाएगा। बहरहाल, सरकार और प्रशासन स्मार्ट सिटी को और बेहतर व अच्छी सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।
जिला आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में कई ऐसे पेड़ हैं तो भवनों की ओर झुके हैं। इन पेड़ों से कभी भी हादसा हो सकता है, जिला आयुर्वेदिक विभाग ने खतरा बने पेड़ों को काटने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए वन विभाग को पत्र लिखा है। जिससे कि वन विभाग इन पेड़ों को काटने की व्यवस्था करे और इनके गिरने से होने वाले भवनों के नुकसान से बचा जा सके।
आयुर्वेदिक विभाग परिसर धर्मशाला को स्मार्ट बनाया जाएगा। पुराने भवनों को असुरक्षित करवाकर डिस्मेंटल करने के बाद नया भवन बनाया जाएगा। अस्पताल परिसर में चारों ओर बाउंड्रीवॉल लगाई जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है, लोक निर्माण विभाग से चर्चा करके इस बारे मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। परिसर में जो पेड़ भवनों की ओर झुके हैं, उन्हें काटने के लिए वन विभाग को पत्र लियाा है