विजय माल्या ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलने के जो आरोप लगाए हैं उसको लेकर देश की राजनीति में उबाल आया हुआ है. अब खुलासा हुआ है कि विजय माल्या ने मनमोहन सिंह के पीएम रहते किंगफिशर एयरलाइंस को राहत देने के लिए चिट्ठी लिखी थी. एबीपी न्यूज के पास वो चिट्ठी मौजूद है. चिट्ठी मनमोहन के सलाहकार TKA नायर और प्रिंसिपल सेक्रेटरी पुलक चटर्जी को सीसी की गई थी.
विजय माल्या ने राहत पैकेज के लिए पूर्व पीएम मनमोहन को चिट्ठी लिखी उसमें कहा गया कि वे (माल्या) पीएम के सलाहकार TK नायर से वे लगातार संपर्क में थे और उन्होंने कंसर्न मंत्री से तुरंत बात की. आप (पीएम मनमोहन सिंह) अमेरिका के दौरे पर चले गए थे और इस मसले के फॉलो अप किया लेकिन उसके वाबजूद कोई मदद नहीं हो पाई है.
मैं फिर से निवेदन करता हूँ कि इस मसले पर अर्जेंट हस्तक्षेप करे. त्योहारों के सीजन की वजह से अक्टूबर महीने में किंगफिशर एयरलाइन्स में 10 लाख से ज़्यादा पैसेंजर्स ने बुकिंग की है . इसके साथ ही मैं आपका ध्यान वर्तमान FDI पालिसी की ओर भी दिलाना चाहता हूँ जिसमे विदेशी एयरलाइन्स ,भारतीय उड्डयन सेवाओ में निवेश नहीं कर सकते ,इस नीति पर तुरंत पुनर्विचार करने और संशोधन की ज़रूरत है ताकि भारतीय उड्डयन क्षेत्र भी रणनीतिक विदेशी निवेश का लाभ ले सके. आप इस मसले पर तुरंत हस्तक्षेप करेगे,मैं आपका आभारी रहूंगा. माल्या ने इस चिट्ठी में मनमोहन सिंह के तत्कालीन सलाहकार टीकेए नायर और प्रधान ,सचिव पुलक चटर्जी को भी सीसी किया था.
कल यानी गुरुवार को बीजेपी ने भी कांग्रेस पर माल्या की मदद करने का आरोप लगाया था. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सोनिया औऱ राहुल का आर्शीवाद विजय मालया को हासिल था. बीजेपी ने यह भी बताने की कोशिश की माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइन की वित्तीय हालत खराब थी लेकिन इन सबके बावजूद कांग्रेस सरकार ने उस दौरान माल्या की कंपनियों को लोन दिलवाया.
इतना ही नहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी माल्या को मदद का भरोसा दिलाया था और बाद में मदद की भी गई. आरबीआई और बैंकों के कई पत्र ऐसे हैं जिनसे साफ है कि सभी नियमों को दरकिनार रखते हुए किंगफिशर एयरलाइंस को कई तरह की रियायत लोन मिलने और लोन की मियाद बढ़ाने, रीस्ट्रक्चरिंग आदि में दी गई.