राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि कबड्डी हमारा पारम्परिक खेल है और इस खेल का बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करना चाहिए। वह आज हरियाणा के पानीपत जिले के दिकाडला में एकीकृत कौशल विकास अनुसंधान समिति और युवा स्पोर्ट्स क्लब द्वारा आयोजित ऐमच्योर कबड्डी एसोसियशन हरियाणा के राज्य सर्कल कबड्डी चैम्पियनशिप में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि हरियाणा ने देश के लिए सबसे अधिक राष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा के खिलाड़ियों ने देश के लिए सर्वाधिक मैडल प्राप्त किए हैं। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर सभी खेलों को बढ़ावा देने की पहल के लिए हरियाणा सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि खेलों से अनुशासन, भाईचारा तथा राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि खेल नशे के आदी युवाओं के जीवन को भी बचाता हैं और वे अपने आप को खेल गतिविधियों से जोड़कर कर अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगा सकते हैं। उन्होंने शिक्षक समुदाय तथा अभिभावकों से भारत का गौरव बढ़ाने के लिए अपने बच्चों में नैतिक मूल्य और भारतीय संस्कृति का संचार करने का आग्रह किया।
राज्यपाल ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमारी पुरानी खेलों की परम्परा को जीवित रखते हैं और खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए जरूरी हैं।
राज्यपाल ने इस अवसर पर विभिन्न टीमों की प्रतिस्पर्धाओं का आनंद लिया और विजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान किए।
परिवहन एवं आवास मंत्री कृष्ण लाल पवार ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया।