हिमाचल की कला-कृतियां का जैसे हर कोई दीवाना है वैसे ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है जो कई मौकों पर हिमाचली टोपी पहन चुके हैं. राष्ट्रपति भवन में गणतंत्र दिवस के लिए डाइनेमिक लाइटिंग के उद्घाटन के समय राष्ट्रपति ने हिमाचली टोपी को सिर पर सजाया था और उसके बाद गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राजघाट भी हिमाचली टोपी पहनकर पहुंचे थे.कुछ महीने पहले कुल्लू के भुट्टिको के कारीगर और प्रबंधकों ने राष्ट्रपति भवन जाकर रामनाथ कोविंद को कुल्लवी टोपी भेंट की थी, लेकिन कुल्लू से बनाकर लाई गई यह टोपी उनके साइज में फिट नहीं बैठी. जिसके चलते भुट्टिको के प्रबंधक और कारीगर ने टोपी बनाने की मशीन, कैंची और अन्य साजो सामान भी कुल्लू से राजभवन पहुंचाया था, लेकिन राजभवन में ये सामान सुरक्षा की दृष्टि से अंदर नहीं ले जाया गया था.
इसके बाद भुट्टिको के कारीगर नूप राम ने राष्ट्रपति के निजी दर्जी की मशीन में ही करीब 3 घंटे के अंदर महामहिम के नाप की टोपी तैयार कर राष्टपति को भेंट की. राष्ट्रपति को यह टोपी इतनी पसंद आई कि उन्होंने तीन टोपियों का और ऑर्डर दे दिया.