भोपाल. राजनीति का ककहरा सीख रही सपाक्स पार्टी प्रत्याशियों के नाम तय करने में सबसे आगे है। उसने भाजपा और कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी तैयार कर ली है। करीब 20 रिटायर्ड आईएएस और आईपीएस अफसरों को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारेगी। सूची में रिटायर्ड आईएएस अफसर वीणा घाणेकर, सुधा चौधरी, विजय वाते, सुरेश तिवारी के नाम की चर्चा है। टिकट देने में उन अफसरों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनकी उस इलाके में मज़बूत पकड़ है। सपाक्स की तैयारी कुछ पुजारियों और कर्मचारी नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारने की है, जिन इलाकों में ब्राह्मण वोट ज़्यादा हैं, वहां से वो पुजारियों को टिकट देने का मन बना रही है। उम्मीदवारी की कतार में कुछ कर्मचारी नेताओं के नाम भी हैं।
विधानसभा चुनाव में पूरे दम-खम से मैदान में उतरने की तैयारी कर रही सपाक्स पार्टी ने आरक्षण के मुद्दे पर अपने पत्ते खोले हैं। पार्टी ने कहा है कि वह आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था के खिलाफ है और आर्थिक आधार पर आरक्षण की पक्षधर।
पार्टी कहती है कि सुप्रीम कोर्ट भी स्पष्ट कर चुका है कि अनुसूचित जाति-जनजाति में क्रीमीलेयर तय करना होगा। पार्टी के अध्यक्ष डॉ. हीरालाल त्रिवेदी कहते हैं कि सपाक्स सभी वर्गों में समानता की पक्षधर है और सभी के लिए आर्थिक आधार पर आबादी के मान से 50 फीसदी (अनुसूचित जाति 8 फीसदी, जनजाति 10 फीसदी, पिछड़ा वर्ग 23 फीसदी और सामान्य वर्ग 9 फीसदी) की निर्धारित सीमा में आरक्षण की बात करती है।