केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने शनिवार को कहा कि चालू खाते के घाटे (सीएडी) को सीमित करने और विदेशी मुद्रा की आवक को बढ़ाने के लिये कुछ और कदमों की तैयारी है। उन्होंने यहां ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में कहा कि सरकार ने सीएडी को सीमित करने के लिये कुछ कदम उठाए हैं तथा कुछ और कदम उठाए जाने की संभावना है।
हाल में उठाए गए कुछ कदमों की जानकारी देते हुए जेटली ने कहा कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिये ऋण लक्ष्य को घटाकर 70 हजार करोड़ रुपये तक कर दिया है और तेल कंपनियों को एक साल में 10 अरब डॉलर तक जुटाने की अनुमति दे दी है।
इसके साथ ही, केन्द्रीय वित्तमंत्री ने अर्थव्यवस्था को लेकर पूछ गए सवालों के जवाब देते पिछली यूपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार के दैरान जैसी बदतर अर्थव्यवस्था थी वैसा कुछ नहीं हो सकता है।