भोपाल और होशंगाबाद के मालाखेड़ी के साईं विकलांग आश्रम में दिव्यांग छात्रा व अन्य बच्चों से ज्यादती करने वाले आरोपी एमपी अवस्थी की परतें खुलती जा रही हैं। शुक्रवार को पुलिस एमपी अवस्थी को लेकर सांई विकलांग आश्रम गई थी। यहां भौतिक सत्यापन किया गया। यानी जो पीड़िता ने बताया उसके अनुसार ही अवस्थी ने भी आश्रम में पूरी व्यवस्था की जानकारी दी। इसमें पीड़िता के कमरे के पास ही अवस्थी का भी कमरा था। जब वह भोपाल से आता तो यहां रुकता था। इसके अलावा पीड़िता के अलावा अन्य बच्चों के नाम भी रजिस्टर में मिले हैं।
एसपी अरविंद सक्सेना ने बताया कि दिव्यांग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी एमपी अवस्थी की दो दिन की रिमांड खत्म हो गई है। रिमांड पूरी होने से पहले शुक्रवार को पुलिस उसे लेकर मालाखेड़ी गई। यहां पहुंचते ही अवस्थी को अपनी करतूत याद आ गई। उसने वह सब बताया जो पुलिस जानना चाहती थी। अवस्थी ने बताया कि वह बच्चों के कमरे के पास ही कमरे में ही रहता था। उसने आश्रम की अलमारी में रखे दस्तावेज, फाइलें भी पुलिस को दी हैं।
आश्रम से मिले दस्तावेज और रजिस्टर में दिव्यांग छात्रा सहित अन्य फरियादी के नाम भी हैं। ये फरियादी वे ही जिन्होंने अवस्थी पर ज्यादती करने के आरोप लगाए हैं। आश्रम में पूछताछ होने और रजिस्टर जब्त होने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। अब यहां से उसे मुख्य जेल भोपाल भेजा जाएगा। मालाखेड़ी के साईं विकलांग आश्रम में ज्यादती करने के आरोपी एमपी अवस्थी को पुलिस ने दो की रिमांड पर लिया था। इस दौरान वह कहता रहा कि उसने कोई भी जुर्म नहीं किया है। मुझे जबरन फंसाया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने अपना काम किया और उसके खिलाफ मजबूत सबूत एकत्र कर लिए हैं। टीआई टी सप्रे ने बताया कि दो बच्चों के साथ हुए दुष्कर्म मामले में अभी पहले मामले की जांच चल रही है। हमें साईं अाश्रम से कई सबूत मिले हैं।
कोतवाली टीआई टी सप्रे ने बताया कि एमपी अवस्थी पर ज्यादती करने के दो मामले हैं। इसमें से एक मामले में गिरफ्तारी हो चुकी है। अभी दूसरे मामले में गिरफ्तारी होना बाकी है। उसे जेल से निकालकर गिरफ्तारी की जाएगी। इसके बाद उस मामले में और पूछताछ होगी। पूछताछ में कई अन्य खुलासे भी होंगे। नियम के अनुसार गिरफ्तार के बाद अवस्थी को एक बार फिर रिमांड पर लिया जाएगा। इसमें पूछताछ होगी।
पुलिस केंद्रीय जेल में बंद आरोपी एमपी अवस्थी को भोपाल जेल भेजेगी। सबसे पहले भोपाल में ही एफआईआर हुई है। मालाखेड़ी का आश्रम 2017 से बंद हो गया है। फरवरी 2017 में दिव्यांग छात्रा ने मारपीट करने और अश्लील हरकतें करने की शिकायत की थी। हालांकि पुलिस जांच तो नहीं हुई थी, लेकिन सामाजिक न्याय विभाग और प्रशासन ने पहले तो ग्रांट बंद कर दी थी और बाद में आश्रम बंद कर दिया था। यह आश्रम अवस्थी के मकान में चल रहा था। अब वह यह मकान बेचना चाहता है।