गुजरात के साबरकांठा में 14 महीने की बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में बिहार के युवक की गिरफ्तारी के बाद गैर-गुजरातियों पर हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं। 4 दिन में ऐसी 42 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब तक 450 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पांच हजार गैर-गुजराती, खासतौर से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग, राज्य से पलायन कर चुके हैं। उधर, उत्तर भारतीय विकास परिषद ने दावा किया है कि गुजरात से पलायन करने वालों की संख्या 50 हजार है। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन बिहारियों के बारे में गलत धारणा ना बनाएं।
गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा- हम इन घटनाओं की निंदा करते हैं। पुलिस दिन-रात काम कर रही है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। गैर-गुजरातियों से हमारी अपील है कि गुजरात ना छोड़ें। उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। हम पर विश्वास करें।
नीतीश कुमार ने कहा कि घटनाओं के संबंध में मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की है। उनसे गुजरात में रह रहे बिहारियों को लेकर चिंता जताई है। गुजरात सरकार इस मामले को लेकर सतर्क है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि एक राज्य के लोग दूसरे राज्य के लोगों के बारे में गलत विचार नहीं रखें।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में 70 लोगों पर मामला दर्ज किया। प्रभावित क्षेत्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया। गैर-गुजरातियों की सुरक्षा में स्टेट रिजर्व पुलिस की 17 कंपनियां तैनात हैं। फैक्ट्रियों और गैर-गुजराती बहुल इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ाई गई।
घटना के बाद गांधीनगर, मेहसाणा, साबरकांठा, पाटण, अहमदाबाद समेत 7 जिलों में हमले की घटनाएं सामने आईं। बताया जा रहा है कि ठाकोर क्षत्रिय सेना के लोग कथित तौर पर हमले में शामिल हैं। हालांकि, संगठन के मुखिया और कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने अपने समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि गैर-गुजराती भी हमारे भाई हैं।साबरकांठा के हिम्मतनगर इलाके में 28 सितंबर को बच्ची से रेप किया गया था। पीड़ित ठाकोर समुदाय से है। इस मामले में बिहार के एक मजदूर रवींद्र साहू को गिरफ्तार किया गया। वह यहां की एक फैक्ट्री में काम करता था।