Home Una Special चिंतपूर्णी मंदिर में ढोल बजाने व नारियल ले जाने पर पाबंदी….

चिंतपूर्णी मंदिर में ढोल बजाने व नारियल ले जाने पर पाबंदी….

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चिंतपूर्णी में दस अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्र मेले में प्रशासन का पूरा जोर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर होगा। इसके अलावा पेयजल, स्वास्थ्य, विद्युत, सफाई, पार्किंग व यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने के लिए भी न्यास ने प्रबंध करने शुरू कर दिए हैं। मंदिर प्रशासन ने नवरात्र मेले को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। मेले का समापन 18 अक्टूबर को होगा।

अम्ब के एसडीएम मेला अधिकारी व डीएसपी, अम्ब पुलिस मेला अधिकारी के पद पर तैनात रहेंगे। मेले के दौरान सभी सेक्टरों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस व होमगार्ड के जवान तैनात होंगे। मेला क्षेत्र में असामाजिक तत्वों पर सादी वर्दी में भी सुरक्षा बल नजर रखेंगे। मेले में न्यास की तरफ से दवाएं स्वास्थ्य विभाग को खरीद कर मुहैया करवाई जाएंगी, जिन्हें मेले में बीमार यात्रियों को नि:शुल्क दिया जाएगा। मेले में ढोलक, चिमटा व स्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा। आग्नेय शस्त्र ले जाने पर प्रतिबंध है।  पर्ची सिस्टम से होंगे मां के दर्शन मां के दर्शन पर्ची सिस्टम से होंगे। श्रद्धालु मंदिर परिसर तक नारियल नहीं ले जा पाएंगे। भक्तों से नारियल गेट पर ही ले लिए जाएंगे, जिन्हें बाद में श्रद्धालुओं में ही बांट दिया जाएगा। मंदिर परिसर क्षेत्र में अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी, जो श्रद्धालुओं के लिए पेयजल सहित अन्य सुविधाओं का ख्याल रखेंगे।

खुले में लंगर लगाने पर पाबंदी खुले में लंगर लगाने वाली धार्मिक संस्थाओं के खिलाफ चेतावनी के बाद कार्रवाई की जाएगी। धार्मिक संस्थाएं प्लास्टिक से निर्मित सामग्री का प्रयोग न करे, इसके लिए उनके साथ प्रशासन बैठक करेगा। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए मंदिर न्यास को पुख्ता प्रबंध करने के लिए कहा गया है। मंदिर अधिकारी अवनीश शर्मा ने बताया मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

इस बार पूरे नौ दिन के होंगे नवरात्र वास्तुविद और ज्योतिष शास्त्री डॉ. राम कुमार कौल ने बताया इस बार नवरात्र में संयोग यह है कि किसी भी नवरात्र का क्षय नहीं हुआ है, जिसके चलते शारदीय नवरात्र नौ दिन के होंगे।

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