चक्रवाती तूफान तितली 11 अक्टूबर को आंध्र और ओडिशा के तट से टकराएगा। यह चक्रवात ओडिशा के गोपालपुर से 370 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में उठा है। मौसम विभाग के मुताबिक, तितली 10 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इसके असर से अगले तीन दिन (10 से 12 अक्टूबर) के बीच तटीय इलाकों में भारी बारिश होगी। इस दौरान समंदर में एक मीटर ऊंची लहरे उठ सकती हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को ओडिशा के गोपालपुर, आंध के कलिंगापट्टनम में आंधी-तूफान की आशंका है। इस दौरान 145 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तितली का असर पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ इलाकों में भी देखने को मिलेगा।
ओडिशा के गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जयपुर, भद्रक, बालासोर, कंधमाल, बौध और धेनकनाल में गुरुवार को भारी बारिश हो सकती है। तितली बंगाल की खाड़ी से उठने वाला साल का दूसरा चक्रवाती तूफान है।
ओडिशा सरकार ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट भेजा है। इस दौरान सभी अफसरों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा चार राज्यों में सारे स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। उधर, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में दक्षिण-पू्र्वी मानसून भी सक्रिय हो गया है।
अरब सागर में लुबान तूफान का असर देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि केरल, कर्नाटक और लक्षदीप के तटीय इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई।