ऊना: रविवार को नगर पंचायत क्षेत्र मैहतपुर-बसदेहड़ा के खेल स्टेडियम में राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के उद्घाटन को आए उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर जब मंच पर थे, ठीक उसी दौरान रायपुर सहोड़ां के सैकड़ों ग्रामीण सुमित के शव का अंतिम संस्कार करने ले जा रहे थे।
इसी दौरान स्कूल के मुख्यद्वार पर भारी तादाद में महिलाओं, पुरुषों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा होते देख मंत्री विक्रम ठाकुर मंच से उतरकर सड़क पर आए और ग्रामीणों से बातचीत की। ठाकुर ने भी लोगों से सहानुभूति जताते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात करेंगे। जो भी ग्रामीणों की मांग है, उस पर राज्य सरकार संजीदगी से कदम उठाएगी। इस दौरान के उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती भी मौजूद रहे। ग्रामीणों ने खुला आरोप लगाया कि पुलिस पर कार्यवाई न करने को लेकर सियासी दबाव बनाया गया है।
जिला प्रशासन के प्रति बेहद नाराज ग्रामीणों ने कहा कि जिन लोगों का हत्या के पीछे हाथ है, उनके गले तक कानून के लंबे हाथ इतने दिनों तक क्यों नहीं पहुंच पाए। 24 सितंबर से लापता सुमित को बेरहमी से मारकर शव को पेड़ पर लटकाया। इतने दिनों तक पुलिस विभाग खुफिया तंत्र को कोई भनक तक नहीं लग पाई। यह अपने आप में सवाल खड़ा करता है। मृतक के छोटे भाई निखिल ने कहा कि हमने शुरू से अब तक जो भी सुराग पुलिस कर्मचारियों को दिए उस दिशा में पुलिस जांच को आगे बढ़ाया ही नहीं। कोटलाखुर्द में जहां हत्या हुई अगर वक्त पर वहां पर पुलिस सख्ती से जांच करती तो उसके भाई को बचाया जा सकता था।
एसपी दिवाकर शर्मा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह पता चलेगी। किन हालात में मौत हुई उसे लेकर पुलिस सख्त एक्शन लेने वाली है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर ग्रामीणों को भरोसा रखना होगा। जांच के लिए थोड़ा वक्त देना होगा। उन्होंने कहा कि विभाग दूध का दूध पानी का पानी करने में देर नहीं लगाएगा। लोग शामिल हो सकते हैं। मृतक के पिता राधेशाम की कुछ वर्ष पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। मां सलोचना डेढ़ माह पहले ही चल बसी। मृतक के घर ही नहीं, समूचे गांव में दर्दनाक मौत से गहरा शोक पसरा है।