राजस्थान विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच बीजेपी छोड़ने वाले मानवेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गये हैं. दिल्ली में राहुल गांधी के घर पर उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई.. बीजेपी और वसुंधरा राजे से नाराज़गी के बाद 22 सितंबर को मानवेंद्र सिंह ने बीजेपी छोड़ी थी. पिछले लोकसभा चुनाव में अपने पिता जसवंत सिंह को टिकट न मिलने से मानवेंद्र पार्टी से खफ़ा थे. राजस्थान में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले बीजेपी के लिए ये बड़ा झटका है. क्योंकि राजपूत वोट पर मानवेंद्र और उनके पिता जसवंत सिंह की अच्छी पकड़ मानी जाती है. 2013 में बीजेपी की टिकट पर मानवेंद्र विधायक बने थे. गौरतलब है कि मानवेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे हैं.
वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे और विधायक मानवेंद्र सिंह कुछ दिन पहले ही बीजेपी से नाता तोड़ चुके हैं. उन्होंने राजस्थान में बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. मानवेंद्र सिंह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बाड़मेर चर्चा का विषय था और 2018 में भी हर कोई बाड़मेर की ओर देख रहा है. उन्होंने कहा कि बाड़मेर में इससे पहले कई गौरव औप संकल्प रैली हो चुकी हैं.
बाड़मेर से विधायक मानवेंद्र बाड़मेर और पचपदरा में वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा से नदारद रहे. इतना ही नहीं मानवेंद्र ने पचपदरा में अलग से अपनी स्वाभिमान रैली बुलाई . पिछले लोकसभा चुनाव में वसुंधरा की वजह से उनके पिता जसवंत सिंह को टिकट नहीं मिला था. तब वो निर्दलीय चुनाव लड़े थे और हार गए थे. तभी से मानवेंद्र पार्टी से खफा हैं. राजपूत वोटों पर मानवेंद्र की अच्छी पकड़ है, ऐसे में वो बीजेपी के लिए सिर दर्द बन सकते हैं. मानवेंद्र सिंह राजपूत समुदाय से आते हैं राजस्थान में इस समुदाय का अच्छा-खास वोटबैंक है जो कई सीटों पर हार-जीत का फैसला कर सकता है.