दशहरे के दिन ही भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी. इस दिन नवरात्रि की समाप्ति भी होती है और इसी दिन देवी की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाता है. इस दिन अस्त्र शस्त्रों की पूजा की जाती है और विजय पर्व मनाया जाता है. इस दिन अगर कुछ विशेष प्रयोग किए जाएं तो अपार धन की प्राप्ति हो सकती है. इस बार दशहरा 19 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
इस दिन मां दुर्गा और भगवान राम की पूजा करनी चाहिए.
इससे सम्पूर्ण बाधाओं का नाश होगा और जीवन में विजय प्राप्त होगी.
आज अस्त्र शस्त्र की पूजा करने से अस्त्र शस्त्र से नुकसान नहीं होता है.
आज के दिन मां की पूजा करके आप किसी भी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं.
नवग्रहों को नियंत्रित करने के लिए भी आज की पूजा अद्भुत होती है.
दोपहर बाद पहले देवी की फिर श्रीराम की पूजा करें.
देवी और श्री राम के मन्त्रों का जाप करें.
अगर कलश की स्थापना की है तो नारियल हटा लें. उसको प्रसाद के रूप में ग्रहण करें.
कलश का जल पूरे घर में छिड़क दें, ताकि घर की नकारात्मकता समाप्त हो जाए.
जिस स्थान पर पूरी नवरात्रि पूजा की है, उस स्थान पर रात्रि भर दीपक जलाए.
अगर आप शस्त्र पूजा करना चाहते हैं तो शस्त्र पर तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधें.
दशहरा के दिन शमी का पौधा लाएं.
इसको घर के बाहर मुख्य द्वार पर लगाएं.
नियमित रूप से उसमे जल डालते रहें.
पौधे के निकट हर शनिवार को संध्या काल में दीपक जलाएं.