राजधानी में शुक्रवार को 23 स्थानों पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन होगा। इसके पूर्व कई स्थानों से दशहरा चल समारोह निकाले जाएंगे। भगवान राम का विजय तिलक होगा। सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र अरेरा (राजधानी) उत्सव समिति व दैनिक भास्कर समूह के सौजन्य से बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान में आयोजित समारोह में होने वाला रावण दहन और रंगारंग आतिशबाजी का अद्भुत नजारा रहेगा।
यहां 58 फीट ऊंचे रावण के धराशायी होने से पूर्व आंखों से शोले निकलेंगे। उसकी तलवार चमकेगी और ढाल घूमती दिखाई देगी। इसके अलावा मालवा के आतिशबाज आसमानी आतिशबाजी के जरिए अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। रावण के कद को इस बार एक फीट घटाकर 58 फीट किया गया है। पुराना शहर के मारवाड़ी रोड स्थित बांके बिहारी मंदिर से हिंदू उत्सव समिति के बैनर तले चल समारोह निकलेगा, जो छोला दशहरा मैदान पहुंचेगा। अरेरा (राजधानी) उत्सव समिति के तत्वावधान में दैनिक भास्कर के सहयोग से आयोजित विजयादशमी समारोह के तहत मीराबाई मंदिर से शाम 4 बजे चल समारोह निकलेगा, जो ग्यारह सौ क्वाटर, वंदे मातरम चौराहा होते हुए बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान पहुंचेगा। इसमें सुसज्जित रथ पर भगवान राम विराजमान रहेंगे।
हनुमान, सुग्रीव व वानर सेना भी रहेगी। अध्यक्ष राजेश व्यास ने बताया कि पुष्पवर्षा के बीच चल समारोह की अगवानी की जाएगी। महासचिव संजय सोमनी ने बताया कि महंत रामगिरी महाराज के सान्निध्य में शाम साढ़े 6 बजे समारोह का शुभारंभ होगा। समारोह की अध्यक्षता भास्कर समूह के संचालक गिरीश अग्रवाल करेंगे। मुख्य अतिथि मप्र लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक पाण्डे और विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार महेश श्रीवास्तव होंगे। समारोह में रावण दहन से पूर्व मंच पर राम-रावण युद्ध का मंचन होगा। इस बार 55-55 फीट के मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले रहेंगे।
बांके बिहारी मंदिर मारवाड़ी रोड से हिंदू उत्सव समिति द्वारा दोपहर एक बजे दशहरा चल समारोह निकाला जाएगा। कार्यवाहक अध्यक्ष कैलाश बेगवानी ने बताया कि चल समारोह छोला दशहरा मैदान पहुंचेगा। इधर, नागरिक कल्याण समिति द्वारा टीटी नगर दशहरा मैदान में शाम 6 बजे रावण के पुतले के दहन होगा। समन्वयक अजय श्रीवास्तव नीलू ने बताया कि अतिथि भगवान राम का विजय तिलक करेंगे।
कोलार सांस्कृतिक समिति द्वारा कजलीखेड़ा, कोलार रोड स्थित महाबड़िया मैदान में शाम 6 बजे से दशहरा उत्सव मनाया जाएगा। अध्यक्ष अमित शुक्ला व सचिव दीपक दयाल माथुर ने बताया कि 51 फीट ऊंचे रावण, 45 फीट के कुंभकरण व 41 फीट के मेघनाद के पुतलों का दहन होगा। इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से रावण की आंखों व नाभि से अंगारे बरसेंगे। मंच व वाहन पर समारोह के दृश्य दिखाने के लिए एलईडी स्क्रीन रहेगी।अखिल विश्व गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ द्वारा दशहरा पर रावण के रूप में नशासुर के पुतले का दहन किया जाएगा। छोटे आकार के इन पुतलों का गायत्री शक्तिपीठ परिसर समेत विभिन्न स्थानों पर दहन किया जाएगा। मप्र प्रभारी प्रकाश मूर्जनी ने बताया कि गायत्री परिवार द्वारा नशे के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। इसके तहत लोगों के व्यसनों से दूर रहने के लिए नशासुर का पुतला जलाया जाएगा।