अमृतसर में हुए रेल हादसे पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि ड्राइवर ने स्पीड कम की थी. अगर इमरजेंसी ब्रेक लगाता तो बड़ा हादसा हो सकता था. हादसे की जगह अंधेरा था और ट्रैक थोड़ा घुमावदार था.जिसकी वजह से ड्राइवर को ट्रैक पर बैठे लोग नज़र नहीं आए. उन्होंने कहा कि गेटमैन की ज़िम्मेदारी सिर्फ गेट की होती है. हादसा इंटरमीडिएट सेक्शन पर हुआ, जो कि एक गेट से 400 मीटर दूर है, वहीं दूसरे गेट से 1 किलोमीटर दूर है. उन्होंने साफ कहा कि हमारी कोई गलती नहीं है. जो assigned स्पीड है उसी स्पीड से ट्रेन गुजरी. अश्विनी लोहानी ने कहा कि ट्रेन की रफ्तार 90 km/h की थी.
पर जो जानकारी हमें मिली है उसके मुताबिक ड्राइवर ने ब्रेक लगाई और स्पीड 60-65km/h की गई.अश्विनी लोहानी ने कहा कि जिस जमीन पर दशहरा का कार्यक्रम था वो रेलवे की नहीं बल्कि हमारी ज़मीन से सटी हुई ज़मीन है. हमें इसकी कोई जानकारी नही दी गई थी. आपको बता दें कि अमृतसर में शुक्रवार की शाम रावन दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से 59 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज़्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है. दरअसल, अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार शाम दशहरा के मौके पर रावण दहन देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी थी.