दीवाली अभी दूर है, लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अभी से ही बम और पटाखे छोड़ने शुरू कर दिए हैं. और उन्होंने अपने इस आतिशबाजी से जमकर झुलसाया है विंडीज गेंदबाजों को. पहले गुवहाटी में खेले गए पहले वनडे में 140 रन बनाए, तो विशाखापट्टनम में लगातार दूसरे वनडे में शतक जड़ा और बिना आउट हुए 157 ठोक डाले विंडीज ने भले ही दूसरा डे-नाइड मुकाबला टाई कराने में कामयाबी हासिल कर ली हो, लेकिन विराट की बमबारी से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है.
जिस गति से विराट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे वनडे में दस हजार रन पूरे किए, क्रिकेट जगत अब उन्हें मॉडर्न ब्रेडमैन कहने लगा है. विराट ने अपने इस कारनामे के लिए सिर्फ 205 पारियां लीं, जबकि सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दस हजार रन पूरा करने के लिए 259 पारियां ली थीं. यह आंकड़ा कोहली की रनों की भूख बताने के लिए काफी है.
जहां हाशिम अमला ने साल 2010 में यह कारनामा किया था, तो विराट ने साल 2012 में 15 पारियों में एक हजार रन पूरे किए थे. लेकिन विंडीज के खिलाफ तो विराट कोहली ने वह कर दिखाया, जिसके बारे में सोचते ही बाकी बल्लेबाजों को पसीना छूट जाएगा. विराट ने महज 11 ही पारियों में साल 2018 में एक हजार बना डाले. फॉर्म को देखकर तो यही लग रहा है कि कोहली ही अपने इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. बहरहाल, यह रिकॉर्ड अगले कई सालों के लिए दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिए चैलेंज बनने जा रहा है.