राफेल डील पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के बयान का हवाला देकर पार्टी की लोकसभा सदस्यता और पार्टी छोड़नेव का ऐलान करने वाले एनसीपी के पूर्व नेता तारिक अनवर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। अनवर ने यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव अशोक गहलोत की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
तारिक अनवर बिहार की कटिहार निवार्चन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। साल 1999 में सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में श्री अनवर और श्री पी ए संगमा कांग्रेस छोड़ राकांपा में शामिल हो गए थे।
इससे पहले, तारिक अनवर ने कहा था कि राफेल डील पर एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचाव में दिए गए बयान से वह काफी दुखी है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील जैसे मुद्दे पर देश के जाने-माने नेता शरद पवार के बयान से आहत हुए है।
दरअसल, केन्द्रीय मंत्री शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव किया था। उन्होंने कहा था, इस सौदे पर मोदी के इरादों को लेकर जनता के मन में संदेह नहीं है। शरद पवार ने एक मराठी चैनल को दिए साक्षात्कार मे कहा था कि मुझे निजी तौर पर लगता है कि लोगों के दिमाग में प्रधानमंत्री की नीयत को लेकर कोई शक नहीं है। विपक्ष राफेल की तकनीकी जानकारी साझा करने की मांग कर रहा है, लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है।
हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार को राफेल सौदे की कीमत बताने में गुरेज नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का पक्ष साफ-साफ रखा है। इससे लोगों का भ्रम दूर हो गया। हालांकि शरद पवार ने बाद में कहा कि उनके इस बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है।