इंदौर. द्वारकापुरी क्षेत्र में रहने वाले सफाई कर्मचारी की साढ़े चार साल की अगवा बेटी का शव शनिवार सुबह शिवाजी मार्केट के सामने कृष्णपुरा पुल के पास नाले में मिला। आरोपी ने बच्ची की हत्या के बाद शव को नाले किनारे बने बोगदे में पत्थर के नीचे दबा दिया था। बच्ची के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। उसके निचले हिस्से में खून जमा हुआ था, जिससे प्रथमदृष्टया दुष्कर्म की संभावना भी जताई गई है। बच्ची का अपहरण पिता के साथ काम करने वाला हनी नामक युवक ने किया था। शव को पीएम के लिए एमवाय अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस अारोपी को तलाश रही है।
एसपी पूर्व अवधेश गोस्वामी के अनुसार पुल पर निर्माण कार्य चल रहा है। इसलिए सुबह मजदूर यहां पहुंचे थे। काम के दौरान उन्हें नाले किनारे बने बोगदे में पत्थर के नीचे दबी एक बच्ची की लाश दिखाई दी। उन्होंने तत्काल एमजी रोड पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे पुलिस जवानों ने बाॅडी एमवाय अस्पताल पहुंचाया। क्योंकि गुरुवार को द्वारिकापुरी क्षेत्र की एक बच्ची अगवा हो गई थी। इस पर द्वारिकापुरी पुलिस से शिनाख्त करवाई तो शव अगवा बच्ची का निकला।
पुलिस ने तत्काल बच्ची के परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे पिता बच्ची का शव देख बदहवास हो गए। पिता रोते हुए बस यही कहते रहे मेरी फूल से बच्ची का ये क्या हाल कर दिया। कितने लाड़ से उसे पाला था। पुलिस ने बताया कि जहां बच्ची का शव मिला वह नाले किनारे बने बोगदों का हिस्सा है। यहां पहले दुकानें लगती थीं, जिनका संचालन काफी समय पहले बंद हो गया था।
इस जगह पर अभी निर्माण कार्य चल रहा है। ज्यादातर बोगदों को बंद कर दिया गया था, लेकिन कुछ खुले हुए हैं। इसी बोगदे में हत्यारे ने बच्ची का शव पत्थर से दबा दिया था। बच्ची के पूरे शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। उसके निचले हिस्से में चोट के साथ खून जमा हुआ था। इससे प्रथमदृष्टया प्रतीत हो रहा है कि अारोपी ने बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की है। पुलिस के अनुसार अारोपी ने बच्ची की हत्या कहीं और कर शव को यहां फेंका है।
सुदामा नगर में रहने वाले पीड़ित पिता ने बताया कि उनकी साढ़े चार साल की बेटी का अपहरण उन्हीं के यहां रहने वाले हनी एटवाल ने किया था। हनी मूलत: मंदसौर के मल्हारगढ़ का रहने वाला है। बच्ची की मां ने बताया- ‘हनी सफाई के काम में हमारे परिवार का हाथ बंटाता था। अच्छी जान-पहचान हो जाने के कारण पिछले चार महीने से उसका घर आना-जाना था। मेरी बेटी उसे मामा कहकर बुलाती थी और जब ट्यूशन पढ़ने जाती थी तो उसे छोड़ने और लेने भी हनी ही जाता था।
बच्ची की मां ने बताया गुरुवार सुबह हनी ने शराब पी तो पति ने उसे फटकार लगाई थी। उसके बाद पति उसे पलासिया में रहने वाली उसकी बहन के यहां छोड़कर आ गए थे और कह दिया था कि अब हमारे घर कभी मत आना। गुरुवार शाम जब बेटी को ट्यूशन से लेने पति गए तो मैडम ने बताया शाम 6.30 बजे हनी उसे लेकर चला गया। बेटी केजी वन में पढ़ती थी।
मां ने बताया कि शुक्रवार सुबह बेटी का स्कूल बैग नगर निगम परिसर में जोन तीन ऑफिस के पास में मिला था। उसकी डायरी में मेरा, पति और बेटी का फोटो लगा था, तो मैडम को किसी ने वाट्सएप किया, जिसकी जानकारी मैडम ने हमें दी। ट्यूशन क्लास में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी हनी पैदल बच्ची को ले जाते हुए दिखाई दे रहा है। बताया जाता है हनी पहले मंदसौर के मल्हारगढ़ में काम करता था। वहां एक मासूम बच्ची की हौज में लाश मिली थी। हनी को बच्ची की हत्या के आरोप में पकड़ा था। वह तीन साल जेल भी रहकर आया है।