सीबीआई डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर के बीच विवाद के बाद अब पूरे मामले में सीवीसी अपनी तफ्तीश तेज करने जा रही है। पूरे मामले से भली-भांति आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डायरेक्टर आलोक वर्मा के खिलाफ स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई सोमवार को सीवीसी के हवाले करेगी।
सूत्रों ने बताया कि सीवीसी करीब एक दर्जन से भी ज्यादा सीबीआई के प्रमुख अधिकारियों से पूछताछ करेगी, जिनमें आलोक वर्मा, राकेश अस्थाना, ज्वाइंट डायरेक्टर्स अरूण कुमार शर्मा, ए. साई मनोहर, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल मनीष सिन्हा, एसपी जगरूप गुसिन्हा, डीएसपी अजय बस्सी, देवेन्द्र कुमार और इंस्पेक्टर अश्विनी गुप्ता शामिल होंगे।
सीवीसी ने मंगलवार को सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को उनकी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करते हुए कहा कि राकेश अस्थाना के खिलाफ आरोपों की सच्चाई को लेकर एजेंसी उनके साथ सहयोग नहीं कर रही है।
शुक्रवार को छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ आलोक वर्मा की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीवीसी से कहा कि वह दो हफ्ते के भीतर पूरे मामले पर अपनी जांच पूरी करे। इससे पहले, कैबिनेट सचिव प्रदीप सिन्हा को शिकायत में राकेश अस्थाना ने ऐसे 10 मौके बताए थे जब उनकी तरफ से की जा रही जांच में आलोक वर्मा ने दखलंदाजी की थी।
जिसके बाद सिन्हा ने राकेश अस्थाना की शिकायत को सीवीसी के पास भेज दिया। सीबीआई की तरफ से किए जा रहे भ्रष्टाचार मामलों की जांच का अधिकार सीवीसी के पास है। सीवीसी ने राकेश अस्थाना की शिकायत के आधार पर 11 सितंबर को तीन नोटिस जारी किए। सीवीसी ने बताया कि उनकी तरफ से भेजे गए नोटिस और रिमाइंडर्स के बावजूद सीबीआई ने उन्हें डॉक्यूमेंट्स नहीं सौंपे। लेकिन, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई सोमवार को सभी फाइल और डॉक्यूमेंट्स सीवीसी को सौंपेगी।