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राष्ट्रपति ने टांडा मेडिकल कॉलेज के उत्कृष्ट विद्यार्थियों को प्रदान किए स्वर्ण पदक….

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राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज हिमाचल प्रदेश के डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कालेज कांगड़ा के प्रथम दीक्षांत समारोह में शिरकत की और मेडिकल कालेज के आठ मेधावी छात्र-छात्राओं को 11 स्वर्ण पदक प्रदान किए।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए बड़ी संख्या में अच्छे डॉक्टरों तथा मेडिकल कालेजों की आवश्यकता है। अच्छे स्वास्थ्य संस्थान प्रोत्साहित करने तथा चिकित्सा शिक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए हाल ही में भारतीय चिकित्सा परिषद (संशोधन) अध्यादेश, 2018 की घोषणा की गई है। यह अध्यादेश मेडिकल कालेजों तथा संस्थानों की स्थापना, विस्तार तथा आधुनिकीकरण को प्रोत्साहित करेगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज कांगड़ा अपनी छोटी सी शुरूआत से क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान बनकर उभरा है। उन्होंने मेडल प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उनके खुशहाल एवं सुनहरे भविष्य की कामना की।

इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मेडल जीतने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि किसी भी शिक्षित व्यक्ति का पहला और सबसे बड़ा गुण जीवन भर सीखते रहना है, जिससे वह अपने आप को आधुनिक ज्ञान से अपडेट रख सकता है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से पास होने वाले युवा चिकित्सकों को समपर्ण और प्रतिबद्धता के साथ मानवता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने अभिभावकों तथा अध्यापकों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि उनके कठिन परिश्रम और बलिदान के कारण ही उन्होंने आज यह सब हासिल किया है।

राज्यपाल ने कहा कि इस संस्थान से पास हुए चिकित्सकोें को समाज की इस प्रकार सेवा करनी चाहिए ताकि संस्थान को अपने विद्यार्थियों पर गर्व महसूस हो। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को एक सादा जीवन जीना चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी को सादे तथा तनावमुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले आठ विद्यार्थियों में सात लड़कियां हैं।

उन्होंने कहा कि जो कुछ भी विद्यार्थी अपने जीवन में हासिल करते हैं, इसके लिए उन्हें अपने अध्यापकों व बुजुर्गों को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश दयावान तथा ईश्वर पर विश्वास करने वाले लोगों के लिए जाना जाता है और चिकित्सकों को भी मरीजों की सेवा प्रेमभाव व संवेदना के साथ करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज टांड़ा की स्थापना 1997 में की गई थी और इसका पहला सत्र 1998 में शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि20 वर्षों की इस छोटी अवधि में इस कॉलेज ने एक विशेष स्थान अर्जित कर लिया है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में राज्य में अकेले सरकारी क्षेत्र में छः मेडिकल कॉलेज हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा केन्द्र सरकार ने राज्य के लिए एम्स स्वीकृत किया है, जिसे बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सभी प्रतिष्ठित संस्थानों के माध्यम से राज्य हर वर्ष 600 चिकित्सक तैयार करेगा और राज्य के लोगों की सेवा के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उत्कृट चिकित्सक उपलब्ध होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण गुणात्मक अधोसंरचना का सृजन एक बहुत बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद, राज्य ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि राज्य देश का दूसरा सर्वाधिक साक्षर राज्य है और यह अनेक स्वास्थ्य मानकों में राष्ट्रीय औसत से काफी आगे है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मजबूत करने के लिए कृतसंकल्प है ताकि लोगों को उनके घरद्धार के समीप गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सके।

जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश हालांकि छोटा राज्य है और देवभूमि के नाम से जाना जाता है, लेकिन अब इसे वीरभूमि के नाम से भी जाना जाने लगा है, क्योंकि राज्य से एक लाख से अधिक सैनिक सैन्य बलों में अपनी बहादुरी का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा भी हिमाचल प्रदेश से थे और कारगिल युद्ध के दौरान वीर सिपाहियों द्वारा प्राप्त किए चार परमवीर चक्रों में दो राज्य के वीर सपूतों ने हासिल किए हैं।

मुख्यमंत्री ने समाज में नशे की बुराई से लड़ने के लिए युवाओं को एकजुट आगे आने का आग्रह किया ताकि युवा पीढ़ी को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहल पर नशाखोरी की समस्या से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए चार पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक आयोजित की गई थी।

डॉ. राजेन्द्र प्रसार राजकीय मेडिकल कॉलेज कांगड़ा के प्राचार्य डॉ. भानू अवस्थी ने इस अवसर पर राष्ट्रपति तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि 20 वर्ष की छोटी सी अवधि के दौरान मेडिकल कॉलेज क्षेत्र के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों में उभरा है।

हि.प्र. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकन्दर कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।

हि.प्र. विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. जे.एस. नेगी ने दीक्षांत समारोह की कार्यवाही का संचालन किया।

इससे पूर्व, राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने गगल हवाई अड्डे पर राष्टपति का भव्य स्वागत किया।

राष्ट्रपति की धर्मपत्नी सरिता कोविंद, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी डॉ. साधना ठाकुर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री किशन कपूर, शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, सांसद शांता कुमार, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला, विधायक सरिता धीमान, अर्जुन सिंह, मनोहर धीमान, मुल्कराज प्रेमी तथा अरूण मेहरा, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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