Home हिमाचल प्रदेश नशे के विरूद्ध चलाया जाएगा प्रदेशव्यापी अभियान : CM….

नशे के विरूद्ध चलाया जाएगा प्रदेशव्यापी अभियान : CM….

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सामाजिक क्षेत्र में विद्यार्थी परिषद का योगदान अहम् नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या है और इस बुराई को रोकने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर अपना योगदान देने की आवश्यकता है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में सुनील उपाध्याय ऐजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा आयोजित सुनील उपाध्याय की पुण्य तिथि के उपलक्ष्य पर ‘ध्येय युक्त, नशा मुक्त-हिमाचल’ विषय पर
आयोजित संगोष्ठी के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बड़ी संख्या में युवाओं द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर चिंतित है और लगातार इस बुराई पर अंकुश लगाने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा हालांकि नशीले पदार्थों की तस्करी और इनके दुरूपयोग पर अनेक कानून बनाए गए हैं, लेकिन इन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा यदि आवश्यकता पड़ी तो कानून को और अधिक सख्त बनाया जाएगा ताकि युवा पीढ़ी के दुश्मनों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार के एक-तिहाई मामले पड़ौसी राज्यों के दर्ज होते हैं जो प्रदेश के लिए और भी चिंता का कारण है। उन्होंने कहा कि नशे की समस्या से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से उनके निजी आग्रह पर पंजाब, हरियाणा तथा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्रियों के साथ चण्डीगढ़ में बैठक का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि अन्य बड़े अभियानों की तरह देशभर में नशीले पदार्थों के विरूद्ध भी एक वृहद अभियान चलाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस बुराई को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग करना होगा और इसकी शुरूआत अपने घर-परिवार से करनी होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशे के विरूद्ध एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा और इस दौरान नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान बारे शिक्षण संस्थानों से लेकर सभी क्षेत्रों में बच्चों, युवाओं व समाज के सभी लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने लोगों से इस अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लेकर समाज की बेहतरी में अपनी भूमिका का निर्वहन करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुनील उपाध्याय को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व थे और विचारधारा को लेकर समाज और प्रदेश के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने छोटी सी आयु में पूरी छात्र राजनीति को प्रभावित किया और प्रदेश में संगठन की एक मजबूत नींव रखी। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि व्यक्ति की आयु कितनी रही है, बल्कि यह मायने रखता है कि सामाजिक सरोकार में उसका क्या योगदान रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी कालेज में पढ़ाई के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एक बैठक में उनका सुनील उपाध्याय से मिलना हुआ था और वे पल आज भी उन्हें याद हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए अनेक लोगों को ट्रस्ट की ओर से सम्मानित भी किया। उन्होंने न्यास द्वारा संचालित की जा रही सामाजिक सरोकार की गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने ट्रस्ट को सामाजिक गतिविधियों के प्रसार के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 51000 रुपये की भी घोषणा की।
हि.प्र. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकन्दर कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि नशा किसी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि व्यक्ति का सब-कुछ नष्ट कर देता है। नशेड़ी अपने आप को ही नहीं, समूचे परिवार को बर्बाद कर देता है। उन्होंने कहा कि समय पर नशे को नहीं रोका गया तो हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को खो देंगे। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि इस बुराई से दूर रहने के लिए संघर्ष को जीवन का हिस्सा बनाएं जो आपको शिखर तक पहुंचा सकता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री आशीष चौहान ने परिषद के इतिहास पर चर्चा करते हुए कहा कि सुनील उपाध्याय के योगदान को देश व प्रदेश हमेशा याद करेगा। उन्होंने छोटे से जीवन में विचारधारा को जो नई दिशा प्रदान की, वह संगठन के लिए संजीवनी बन गई।
सुनील उपाध्याय ऐजुकेशनल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं महाधिवक्ता हि.प्र. उच्च न्यायालय अशोक शर्मा ने स्वागत किया जबकि सचिव डा. सुरेन्द्र शर्मा ने धन्यवाद किया।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायकगण, अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक खुशी राम बालनाटाह, नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी व सदस्यगण तथा बड़ी संख्या में लोग इस अवसर पर मौजूद रहे

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