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IND vs AUS: शास्‍त्री ऐसे शख्‍स, जिनसे मुझे निष्‍पक्ष राय मिल मिल सकती है…

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भारत के कप्‍तान विराट कोहली ने इस लोगों की इस आम धारणा को बेहद हास्‍यास्‍पद बताया है कि कोच रवि शास्‍त्री  की भूमिका टीम में उनकी राय की केवल हां में हां मिलाने की होती है. कोहली ने कहा कि सच्‍चाई इससे अलग है, शास्‍त्री से अधिक कोई और मेरी बातों से इनकार नहीं करता. टीम इंडिया के ऑस्‍ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना होने के पर्वू आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में विराट ने यह बात कही. इस दौरान विराट ने अपने और टीम इंडिया के दूसरे खिलाड़ि‍यों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में रवि शास्‍त्री के रोल के बारे में भी बताया. विराट ने कहा कि लोगों के बीच मुख्य कोच के कप्तान की हां में हां मिलाने से जुड़ी जो धारणा बढ़ रही है वह मेरे लिए अब तक की सबसे अजीब चीज है. उन्‍होंने कहा, भारतीय क्रिकेट में मुझे नहीं लगता कि मेरी बातों पर उनसे (रवि शास्‍त्री से)अधिक ना कोई और व्यक्ति कहता है. वह ऐसे व्यक्ति हैं जिनसे मैं बात कर सकता हूं और मुझे निष्पक्ष नजरिया मिल सकता है. मैंने अतीत में उनकी बात सुनने के बाद किसी और की तुलना में अपने खेल में अधिक बदलाव किया है.’

उन्होंने कहा, ‘यह बेहद निजी चीजें हैं जो टीम के माहौल में होती हैं. जो चीजें जरूरी हैं वह हम टीम में करते हैं. हम बैनर लेकर यह घोषणा नहीं करने वाले कि भारतीय टीम में क्या हो रहा है.’कोहली ने कहा कि केवल उन्होंने ही नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ियों ने भी शास्त्री ने काफी कुछ सीखा है. भारतीय कप्तान ने कहा, ‘जब से हमने इस टीम को तैयार करना शुरू किया तब से उनका योगदान यह है. उन्होंने साथी खिलाड़ियों में भरोसा जताया कि वे यहां पहुंचने के हकदार हैं. उन्हें (शास्त्री) पता है कि खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे कराया जाए.’

टीम इंडिया के कप्‍तान ने कहा, ‘इस स्तर पर मानव प्रबंधन से महत्वपूर्ण होता है और रवि भाई ने इसे शानदार तरीके से किया है. लोगों का अपना नजरिया हो सकता है. हमें अपना जीवन जीना होगा. हम ऐसी किसी चीज को नहीं रोक सकते जो वास्तविक रूप से हो रही है. कुछ भी धोखे से तैयार नहीं किया जा रहा.’दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में बल्लेबाजों ने निराश किया जिससे भारत ने लगातार दोनों सीरीज गंवाई. स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर बॉल टैम्‍परिंग विवाद में लगे एक साल के प्रतिबंध के कारण भारत के पास ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्‍ट सीरीज जीतने का अच्छा मौका है लेकिन कोहली काफी आगे के बारे में नहीं सोच रहे. कोहली ने बल्लेबाजी के संदर्भ में कहा, ‘सुधार की काफी गुंजाइश है. हमने टीम के रूप में भी यह महसूस किया है. हम समझ सकते हैं कि हमें किस चीज पर काम करने की जरूरत है इसलिए यह व्यक्तिगत खिलाड़ियों पर निर्भर करता है कि वे जिम्मेदारी लें.’

विराट ने कहा, ‘इंग्लैंड दौरे के बाद हमने कई चीजों पर चर्चा की, क्या गलत हुआ. हमें लगता है कि हमने काफी चीजें गलत नहीं की लेकिन जो भी सही नहीं था वह काफी अधिक हो गया. हमने अच्छा क्रिकेट खेला लेकिन गलतियां भी काफी बड़ी थी.’इसके विपरीत गेंदबाजों ने दो विदेशी दौरों पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन कोहली ने कहा कि अगर सीरीज जीतनी है तो सभी विभागों को एक साथ अच्छा प्रदर्शन करना होगा. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका का उदाहरण दिया जो ऑस्ट्रेलिया में हाल के समय में टेस्ट श्रृंखला जीतने वाली कुछ टीमों में से एक है. कोहली ने कहा, ‘‘यही कारण है कि दक्षिण अफ्रीका ने अच्छा प्रदर्शन किया. उनके पास मोर्ने मोर्कल, जाक कैलिस, डेल स्टेन और अब कैगिसो रबाडा हैं. वे विकेट हासिल करने के लिए लगातार सही लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हैं. हमारे खिलाड़ी भी ऐसा करने में सक्षम हैं लेकिन मैं इस पर फोकस नहीं करना चाहता. बल्लेबाजों को भी बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है.’कप्तान ने एक बार फिर दोहराया कि निचले क्रम के बल्लेबाजों का योगदान देना महत्वपूर्ण है.

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