छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है सियासी तल्खी भी बढ़ती जा रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी पर इशारों-इशारों में ऐसा बयान दिया है जिसपर विवाद शुरू हो गया है. सीएम योगी ने छत्तीसगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”छत्तीसगढ़ 2000 में बना और प्रारंभिक तीन वर्षों तक कांग्रेस का कुशासन था. इस कुशासन में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा की व्यवस्था नहीं थी और यहां इटली से आयातित सौदगरों के माध्यम से धर्मांतरण की राष्ट्रविरोधी गतिविधियां भी चरम पर थी.”
योगी के बयान पर कांग्रेस पार्टी ने तल्ख टिप्पणी की है. पार्टी की तरफ से बोलते हुए प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि यूपी के सीएम का बयान बेहद अमर्यादित है. इस तरह के बयान पर पीएम मोदी को खेद जताना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता द्वारा इस तरह का बयान अशोभनीय है. अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी छत्तीसगढ़ में 15 सालों से केन्द्र में भी सत्ता में है, लेकिन पार्टी अपने कामों से वोट नहीं मांग पा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी में जो भी लोग महिला और दलितों के प्रति अमर्यादित बयान देते हैं उन्हें पद और सम्मान दिया जाता है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी को छत्तीसगढ़ में सत्ता हाथ से जाती दिख रही है, इसलिए ये लोग मछली की तरह छटपटा रहे हैं और अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के जितने भी लोग अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनको प्रमोशन देते हैं. ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री बनाया जाता है, मंत्री बनाया जाता है और तमाम तरह के पद दिेए जाते हैं. बड़ा सवाल यह है कि छत्तीसगढ़ बने 18 साल हुए. इसमें 15 साल बीजेपी का शासन रहा है. आखिर 15 साल पीछे जाकर योगी सियासत का कौन सा तीर साधना चाहते हैं